
नईदुनिया न्यूज, कोरबा। आठ साल के एक मासूम बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हुई। स्वजन उसे मेडिकल कालेज अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां एक्सरे रिपोर्ट में सीने में गोल आकार दिखाई दिया। इस पर स्वजन सिक्का फंसने की आशंका जताई। चिकित्सक इलाज शुरू करते इससे पहले बच्चे ने दम तोड़ दिया। सब उस समय भौचक रह गए जब गले में एंबुलिजम खून का थक्का मिला।
मूलतः रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ के रहने वाले मदन सारथी कुछ दिनों पहले बेटे शिवम सारथी के कंधे की चोट का इलाज कराने कोरबा आए थे और यहां गोढ़ी गांव में रिश्तेदारों के घर ठहरे हुए थे। शुक्रवार रात अचानक बच्चे की हालत बिगड़ गई। सांस लेने में तकलीफ के कारण उसके हाथ-पैर ठंडे पड़ने लगे। उसे मेडिकल कालेज अस्पताल लाया गया। जहां परेशानी को देखते हुए उसका एक्स- रे कराया गया, जिसमें गले में गोल सिक्के जैसी आकृति दिखाई दी।
डाक्टरों ने बताया कि स्थिति गंभीर है और यहां इस बीमारी का इलाज संभव नहीं है। जिसके बाद स्वजन बच्चे को निजी अस्पताल ले जाने की तैयारी करने लगे। लेकिन रास्ते में ही शिवम ने दम तोड़ दिया। मेडिकल कालेज के सहायक अधीक्षक डा. रविकांत जाटवर का कहना है कि बच्चे का पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें किसी भी प्रकार की मेटेलिक धातु शरीर में नहीं मिली। गले में जो गोल सिक्का जैसा दिख रहा था वह एंबुलिजम थ।
बच्चे की मौत का कारण फोरेंसिक जांच के बाद ही पता चल पाएगा। मृतक के पिता मदन सारथी ने बताया कि डाक्टरों ने जांच के बाद एक्सरे रिपोर्ट में बताया कि शिवम के सीने में सिक्का फंसा है, जिससे उसकी सांस रुक रही है। इलाज की अनुपलब्धता के कारण उसे दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई, लेकिन दुर्भाग्यवश रास्ते में ही मासूम की जान चली गई।