खरियार रोड। चलता फिरता अस्पताल कहे जाने वाली लाइफ एक्सप्रेस ट्रेन खरियार रोड रेलवे स्टेशन पहुंच गई है। 221 वां लाइफलाइन एक्सप्रेस प्रोजेक्ट खरियार रोड रेलवे स्टेशन में आयोजित होने जा रहा है।
16 मई से एक जून तक इस अत्याधुनिक विशेष ट्रेन में विभिन्न रोगों से ग्रसित लोगों की निश्शुल्क जांच और उपचार किया जाएगा।
इस ट्रेन में आपरेशन थियेटर की सुविधा भी मौजूद है। जांच के बाद जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ डाक्टरों द्वारा आपरेशन भी किया जाएगा। इंपैक्ट इंडिया फाउंडेशन द्वारा यह ट्रेन भारतीय रेलवे, केंद्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से चलाई जा रही है।
लाइफलाइन एक्सप्रेस के प्रोजेक्ट मैनेजर पुनित शर्मा ने बताया कि इस मोबाइल हेल्थ सर्विस ट्रेन में 16 से 21 मई आंखों व मोतियाबिंद की जांच की जाएगी तथा 17 से 22 मई तक आपरेशन किए जाएंगे। इसी प्रकार कान की जांच 23 से 27 मई तक की जाएगी तथा आपरेशन 24 से 28 मई तक किया जाएगा।
14 वर्ष से कम आयु के बच्चों के मुड़े हुए पैर की जांच 29 से 31 मई तक तथा आपरेशन 30 मई से एक जून तक किया जाएगा। कटे फटे होंठ की जांच व सर्जरी 29 मई से एक जून तक की जाएगी। दांत सम्बंधित रोगों की जांच व उपचार 23 से 27 मई तक किया जाएगा।
स्तन और ग्रीवा कैंसर जागरूकता एवं परीक्षण 16 से 21 मई तक किया जाएगा। बाहर से आने वाले मरीजों व उनके स्वजन के रहने आदि की व्यवस्था एवं प्रोजेक्ट के प्रचार प्रसार के लिए स्थानीय स्वयंसेवी संस्था तथा अन्य संस्थाओं से सहयोग करने की अपील की गई है।
इसे लेकर शनिवार को एक बैठक भी हुई। बैठक में पुनीत शर्मा के अलावा भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश जैन, श्याम केशरवानी, भगवती पटेल, प्रकाश जोशी, राकेश शर्मा, किशोर कालिया, रम्मू अग्रवाल, संतोष दुबे, तालेश्वर देवांगन, विक्की जैन, राकेश संकलेचा श्रुति वाजपेयी, मंजुला जोशी, प्रीति सोनी आदि उपस्थित थे। वहीं प्रोजेक्ट मैनेजर पुनीत शर्मा ने स्थानीय विधायक राजेंद्र धोलकिया से भी मुलाकात की और उन्हें इस प्रोजेक्ट के सम्बंध में जानकारी दी।
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1995 में महासमुंद आई थी लाइफलाइन एक्सप्रेस
महासमुंद नगर के पुराने लोगों व स्वयंसेवी सगठनों के ध्यान में आज भी वो एक माह का समय बसा है। जब महासमुंद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर लाइफलाइन एक्सप्रेस रुकी थी।
यहां आंख, कान, पोलियो ग्रस्त पैर का निश्शुल्क उपचार हुआ था। लोग दूर-दूर से उपचार कराने पहुंचे थे। नगर का थामस हास्पिटल (स्टेशन रोड, अब बंद है), किसान राइस मिल परिसर मरीजों के लिए वार्ड बना था। तत्कालीन एसडीएम (तब महासमुंद अविभाजित मध्य प्रदेश व रायपुर जिला का हिस्सा था) हरिरंजन राव मोर्चा संभाले थे।
कई स्वयंसेवी संगठन धन, समय व श्रम से सहयोग देने जुटे थे। तब यहां पांच हजार से भी अधिक मरीजों का सफल आपरेशन हुआ था। जिला से 55 किमी दूर खरियार रोड में 27 साल बाद एकबार फिर लाइन लाइन एक्सप्रेस आने से लोगों की यादें ताजा हो गई।
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