महासमुंद। साहू समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि इंटरनेट मीडिया पर साहू समाज के खिलाफ अमर्यादित पोस्ट साझा करने की घटना के पांच दिन बाद शनिवार को पुलिस ने मामले में जुर्म दर्ज किया। सभी सबूत पुलिस को सौंप दिया गया है। पुलिस ने सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के तहत भादवि की धारा अंकित पर पंजीबद्ध किया है।
साहू समाज के जिलाध्यक्ष धरमदास साहू ने कहा कि याद होगा इसी सामाजिक सदभाव बिगाड़ने के तहत एक मामला दर्ज होने पर सिटी कोतवाली पुलिस ने बिना तथ्य और साक्ष्य के ही जून 2019 में एक वेब पोर्टल पत्रकार को रातोंरात गिरफ्तार किया था। जबकि, अंकित बागबाहरा के मामले में जांच-पड़ताल और पुख्ता सबूत होने के बावजूद अब तक गिरफ्तारी नहीं की गई है। इससे पुलिस का दोहरा चरित्र प्रदर्शित हो रहा है। ऐसा लगता है कि पुलिस जानबूझकर आरोपी को फरार होने का अवसर प्रदान कर रही है। गैरजमानती और संज्ञेय अपराध होने से तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज चेतावनी दे रहा है कि 24 घंटे के भीतर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं करती है तो साहू समाज के आक्रोशित युवा छत्तीसगढ़ के सभी थाने में उग्र प्रदर्शन और घेराव करने विवश होंगे।
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के नेता होने से जांच को प्रभावित करने, साक्षियों को धमकाने की भी आशंका है। इसलिए सत्तारूढ़ दल के प्रदेशाध्यक्ष से अंकित को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित करने और निष्पक्ष जांच कार्यवाही कराने में सहयोग करने की मांगभी की गई है।
साहू संघ महिला प्रकोष्ठ ने भी खोला मोर्चा
महासमुंद। 17 मई के दिन कांग्रेसी नेता अंकित बागबाहरा ने साहू समाज के महिलाओं के सन्दर्भ में अभद्र, असामाजिक भाषा से भरी वीडियो बागबाहरा एक्स्प्रेस नामक ग्रुप में शेयर किया, जिससे महिलाओं के भावनाएं आहत हुई। इस सन्दर्भ में रविवार लो जिला साहू संघ महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष पार्वती साहू के नेतृत्व में महासमुंद थाने में आवेदन दे कर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। इस दौरान उमा साहू सचिव साहू समाज महिला प्रकोष्ठ ,लक्ष्मी साहू ,सुनीता साहू, संगीता साहू भी थे। कहा गया कि त्वरित गिरफ्तार नहीं नहीं करने पर साहू समाज के महिला संगठन द्वारा थाना का घेराव किया जायेगा।