
बसना । शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा योजना के तहत बसना के बड़े टेमरी हायर सेकंडरी स्कूल में प्रशिक्षण आयोजित हुआ। जिसमें प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं के शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए मास्टर ट्रेनर के रूप में संकुलों के शैक्षिक समन्वयकों और एक एक शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण के प्रारंभ में मां सरस्वती की पूजा अर्चना से किया गया।प्रशिक्षण के प्रथम दिवस में जिला के जिला स्रोत समन्वयक अशोक शर्मा,डाइड महासमुंद से प्रकाश प्रधान,अमरदास कुर्रे सर , विकासखंड स्रोत समन्वयक ललित देवता ,प्राचार्य शरद कुमार प्रधान,ब्लाक नोडल अधिकारी पूर्णानंद मिश्रा,मास्टर ट्रेनर डिजेन्द्र कुर्रे एवं सालिक राम टण्डन के मुख्य उपस्थिति में विकासखंड स्तरीय शाला सुरक्षा प्रशिक्षण शुभारंभ हुआ। अशोक शर्मा (डीएमसी) ने बताया कि शाला सुरक्षा तथा व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई कि कैसे आपदा विपदा में लोगों की जान बचाई जा सकती है। भूकंप, बाढ से होने वाली जन धन की हानि को कैसे कम कर सकते हैं। यह प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण है। सभी को यह प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।ताकि हम स्कूलों में होने वाली घटनाओं से बचा जा सके। साथ ही साथ उन्होंने शिक्षा विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने की भी बात कही।
मास्टर ट्रेनर डिजेन्द्र कुर्रे ने शाला सुरक्षा प्रशिक्षण में प्रशिक्षण देते हुए बिन्दुवार एजेंडों जैसे शाला भवन,शौचालय, रसोईघर की साफ सफाई के अलावा आग लगने पर फायर सेफ्टी सिलेंडर कैसे उपयोग करें ,हर वर्ष सांप काटने से होने वाली मृत्यु कैसे रोक सकते हैं, मधुमक्खी के काटने पर क्या करें,कुत्ते के काटने पर क्या करें, एक्सीडेंट की स्थिति में मरीज की जान कैसे बचाये,पल्स कैसे जांचें,हार्ट अटैक की स्थिति में मरीज की सुरक्षा,शाला भवन की विभिन्ना जोखिम और उसका निदान कैसे करें , पानी से संबंधित सावधानियां,जल संरक्षण,जल निदान,जल की जांच आदि पर विस्तारपूर्वक बताया। साथ ही शाला आपदा प्रबंधन कमेटी के गठन पर भी चर्चा हुई।
ट्रेनिंग में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे संकुल समन्वयक अनिल साव, रोहित पटेल, बेग,तिरिथ राम पटेल ,वारिश कुमार,विरेन्द्र कर शंकर अग्रवाल उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन ब्लाक नोडल अधिकारी पूर्णानंद मिश्रा के द्वारा किया गया।