महासमुंद (ब्यूरो)। गुरुवार 8 मई को विश्व रेडक्रास दिवस है। जिला में इस साल रेडक्रास की गतिविधियां देखने नहीं मिली। न ही जिला स्तरीय कैंप का आयोजन किया गया और रक्त परीक्षण व रक्तदान का शिविर लगा। लिहाजा जिले में रेडक्रास का काम महज औपचारिकता पूर्ति तक सिमट रहा है। हालात यह है कि स्कूली विद्यार्थी प्राथमिक उपचार की शिक्षा से भी अनजान हैं। विद्यार्थियों ने प्राथमिक उपचार के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की।
खास बात यह है कि जिले में भारतीय रेडक्रास सोसाइटी व जूनियर रेडक्रास सोसाइटी संचालित हैं। भारतीय रेडक्रास सोसाइटी के पदेन अध्यक्ष कलेक्टर हैं। वहीं सचिव डॉ. आरके परदल हैं। इसके अलावा जूनियर रेडक्रास सोसाइटी के अध्यक्ष पदेन डीईओ और सचिव अशोक गिरी गोस्वामी हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के पद पर रहते हुए भी इस बार जिले में रेडक्रास का कोई उल्लेखनीय कार्य देखने नहीं मिला।
550 फर्स्ट एड बाक्स बांटने का दावा
भारतीय रेडक्रास सोसाइटी के जिला सचिव डॉ. आरके परदल के अनुसार बीते वर्ष उन्होंने जिले में 5 ब्लॉक के 110-110 स्कूलों में फर्स्ट एड बाक्स का वितरण कराया है। लेकिन शहर के ही कई स्कूलों में फर्स्ट एड बाक्स देखने नहीं मिलते। दूसरी ओर जूनियर रेडक्रास सोसाइटी के सचिव अशोक गिरी के अनुसार श्री परदल ने प्राथमिक उपचार पेटी वितरण के लिए स्कूलों की सूची जरूर ली, लेकिन कौन-कौन से स्कूल को पेटी बॉटी गई, अब तक नहीं बताया गया। श्री गिरी के अनुसार सूची में नामांकित ज्यादातर स्कूल ऐसे हैं, जहां अब तक प्राथमिक उपचार पेटी नहीं भेजी गई।
नहीं हुआ जिला स्तरीय शिविर
विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव का बहाना बताकर इस बार जूनियर रेडक्रास का जिला स्तरीय शिविर आयोजित नहीं किया गया। लिहाजा रेडक्रास से जुड़े विद्यार्थी शिविर से वंचित रह गए। खास बात यह है कि जूनियर रेडक्रास की बैठक भी निर्धारित व नियमित रूप से नहीं होती।
नहीं जानते फर्स्ट एड बाक्स
आदर्श शासकीय उमा विद्यालय में कक्षा 9 वीं के छात्र अनिल निषाद का कहना है कि फर्स्ट एड बाक्स क्या है, उन्हें नहीं मालूम। इसमें क्या रहता है नही जानते। प्राथमिक उपचार के बारे में भी अनिल को जानकारी नहीं है। स्कूल में भी इस संबंध में किसी ने नहीं बताया। अनिल ने बताया कि उसे इतना जरूर मालूम है कि चोट लगने पर खून रोकने मां हल्दी लगाती है।
प्राथमिक उपचार के बारे में नहीं मालूम
कक्षा 8वीं के छात्र वैभव कुमार का कहना है कि प्राथमिक उपचार के बारे में स्कूल में जानकारी नहीं मिलती। स्कूल में विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी नहीं होता। प्राथमिक उपचार की पेटी अब तक स्कूल में देखने नहीं मिला। वैभव ने बताया कि चोट लगने पर अस्पताल जाना मालूम है। अस्पताल जाने से पहले क्या करना है नहीं मालूम।
'रेडक्रास दिवस विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कराए जाते हैं। लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाता है। प्राथमिक उपचार की जानकारी दी जाती है। बीते वर्ष स्कूलों में 550 फर्स्ट एड बाक्स बांटे गए हैें।'
-डॉ. आरके परदल, जिला सचिव भारतीय रेडक्रास महासमुंद
वर्जन
'इस वर्ष चुनाव कार्यक्रम के चलते जिला स्तर पर शिविर नहीं लगाया गया। स्कूल स्तर पर पौधरोपण, महापुरुषों की जयंती मनाने, ब्लड टेस्ट आदि कार्यों के लिए कैलेंडर जारी किया गया था। इस बार रेडक्रास दिवस पर प्रांत स्तरीय आयोजन की सूचना अब तक नहीं मिली है। स्कूलों को फर्स्ट एड बाक्स बांटने के लिए भारतीय रेडक्रास जिला सचिव ने नाम मांगा था। किन स्कूलों को फर्स्ट एड बाक्स दिया गया जानकारी नहीं मिली है। हमारे द्वारा नाम दिए गए ज्यादातर स्कूलों को अब तक फर्स्ट एड बाक्स अप्राप्त है।'
-अशोक गिरी गोस्वामी, जिला सचिव, जूनियर रेडक्रास सोसाइटी
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