नईदुनिया न्यूज, पेंड्रा : जैन समाज द्वारा भाद्र पद मास के पंचमी से शुरू होकर भाद्रपद अनंत चतुर्दशी तक दस दिवसीय पूजा पाठ अनुष्ठान किया गया। इसमें बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल रहे।
समाज के अध्यक्ष नीरज जैन ने बताया कि दस दिनों तक अलग-अलग उत्तम क्षमा, उत्तम आर्जव, उत्तम मार्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम त्याग, उत्तम तप, उत्तम आकिंचन्य, उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की विधि-विधान से पूजा की गई एवं नगर में रहने वाले लोगों की समृद्धि एवं खुशहाली की कामना जिनेन्द्र प्रभु से की गई। सांगानेर राजस्थान से आए हुए विद्वान प़ं राजेश शास्त्री ने प्रतिदिन मंगल प्रवचन के साथ समाज द्वारा हर दिन बच्चों एवं बड़ों की प्रतियोगिताएं, धार्मिक नाटिकाएं, भजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। महिला मंडल की ओर से नंदा जैन के नेतृत्व में चंदन बाला नाटिका की सुंदर चित्रण किया गया।
आदिश्वर पाठशाला के बच्चों द्वारा सुंदर और मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। अंतिम दिन अनंत चतुर्दशी के दिन जैन मंदिर के मूल नायक शांतिनाथ भगवान को विमान में बैठाकर नगर की समृद्धि एवं खुशहाली के लिए नगर भ्रमण कराया गया। इसमें समाज के बुजुर्ग,बड़े,महिलाए एवं बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ ताराचंद जैन, नरेंद्र जैन, दयाचंद जैन, विजय कुमार जैन, नरेंद्र जैन, सिघई राजकुमार जैन, प्रमोद जैन, राकेश जैन, सकेरा जैन, धर्मेश जैन, अक्षय जैन, मोतीचंद जैन, विनीत जैन, पियूष जैन, क्रांति जैन, महेश जैन, अमर जैन, सुनील जैन, गोलू जैन, विन्नी जैन, अरुण जैन, मुकेश जैन, मयंक जैन, अतुल्य जैन, अश्वनी जैन, अरिहंत जैन, कमलेश जैन शामिल रहे।। अध्यक्ष ने बताया समाज और नगर के खुशहाली की कामना के लिए 10 दिनों तक उपवास किए। 24 घंटे में एक बार सुबह की पूजा के बाद दोपहर में दो गिलास जल ग्रहण करते थे।
क्षमावाणी उत्सव आज से
जैन समाज के अध्यक्ष नीरज जैन ने बताया कि जैन समाज का क्षमावाणी उत्सव कार्यक्रम 21 सितंबर को सर्वोदय तीर्थ क्षेत्र अमरकंटक में तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष प्रमोद जैन की उपस्थिति में मनाया जाएगा और वहीं सभी से क्षमापना के उपरान्त पर्यूषण पर्व की समाप्ति होगी। पर्यूषण पर्व में सफल संचालन में जैन समाज के संजय जैन,सुधीर जैन,अध्यक्ष नीरज जैन,कोषाध्यक्ष अनिल जैन,सचिव सुयश जैन,उपाध्यक्ष राजकुमार जैन आढ़त,जिनेन्द्र जैन,सहसचिव पारस जैन,सृजन जैन,विनय जैन,अंकित जैन,अर्पित जैन,पारस जैन,सुजल जैन,रोमी जैन,वैभव जैन,अनुकल्प जैन,का विशेष योगदान रहा।