रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी ,दो आरोपित गिरफ्तार
कुम्हारी में एक व्यक्ति को नौकरी लगवाने के नाम पर 12 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपित को पुलिस ने जांजगीर जिले के जेल में बन्द आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट में लेकर आई है और मामले की जांच में जुट गई है।
Publish Date: Wed, 15 May 2024 11:46:19 PM (IST)
Updated Date: Wed, 15 May 2024 11:46:19 PM (IST)
HighLights
- ठगी के मामले में पुलिस की कार्रवाई
- जांजगीर जेले से पकड़ेकर लाए गए अरोपित
- मरवाही पुलिस आरोपितों से कर रही पूछताछ
नईदुनिया न्यूज, मरवाही : कुम्हारी में एक व्यक्ति को नौकरी लगवाने के नाम पर 12 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपित को पुलिस ने जांजगीर जिले के जेल में बन्द आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट में लेकर आई है और मामले की जांच में जुट गई है।
थाना क्षेत्र के कुम्हारी निवासी पुनीत प्रधान ने थाने में शिकायत दर्ज कराया कि विधान बैरागी चंद्रा, वर्षा रानी और योगेश रजक ने 12 लाख की ठगी की है। इस पर पुलिस जांच में जुट गई। पीड़ित ने बताया कि वह खेती-किसानी का काम करता है। एक साल पहले बिलासपुर के देवेश वनवासी से जान-पहचान हुई और उसने बिलासपुर के वर्षा रानी हास्पिटल और साईं नर्सिंग के संचालक विधान बैरागी चंद्रा से पहचान कराई। विधान बैरागी ने पुनीत वनवासी को मेडिकल फील्ड और रेलवे में नौकरी लगाने का काम करना बताया। अपने साले विनय कुमार शर्मा निवासी पामगढ़ का उदाहरण देते हुए झांसे में लिया और रेलवे में नौकरी लगवाने की बात कही। उसने स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती का आश्वासन दिया। आरोपितों ने पीड़ित को विश्वास में लेकर पहला किस्त तीन लाख रुपए कैश आसनसोल वेस्ट बंगाल में दिया। रेलवे में नौकरी के नाम से मेडिकल फार्म भरवाकर मेडिकल कराया और बताया कि पचास प्रतिशत राशि जमा करना होगा। इस पर पुनीत ने दूसरा किस्त दो लाख दिया। वहीं एक लाख रुपए आरोपित वर्षा रानी के खाते में ट्रांसफर कराया। इसके बाद आरोपित विधान बैरागी चंद्रा द्वारा रेलवे में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र दी गई। शासन से स्थायी ट्रेनिंग शुरू करना बताया गया। इसके बाद आरोपित विधान बैरागी ने रेलवे अधिकारियों द्वारा स्थायी ट्रेनिंग को समाप्त करने की बात कहते हुए फिर से दो लाख की मांग की। इस पर प्रार्थी ने वर्षा रानी के एसबीआई खाते में फिर से पचास हजार कुल चार बार भुगतान किया। पुनीत को आरोपित विधान बैरागी ने आसानसोल वेस्ट बंगाल में आकाश और राहुल नाम के व्यक्ति से परिचय कराया और बताया कि यही ट्रेनिंग देंगे। अप्रैल 2022 में ट्रेनिंग चालू करने के नाम से राशन, सामान और कपड़ों के साथ आसनसोल बुलाया। जहां पहले से चार-पांच लोग थे और उनकी ट्रेनिंग सात- आठ महीने से चलने की बात बताई गई। दूसरे दिन प्रार्थी को ट्रेनर आकाश को एक लाख फिर से देने को कहा गया तो पीड़ित ने इसका भी भुगतान किया। आसनसोल से मरवाही आकर सोना-चांदी और जमीन गिरवी रखकर एक लाख आरोपित विधान वैरागी के दोस्त योगेश रजक को उसके फार्म हाऊस में दिया। इस तरह प्रार्थी से रेलवे में नौकरी लगाने के नाम से कुल 12 लाख दिया। वहीं पैसों के भुगतान के बाद भी रेलवे में नौकरी नहीं लगने पर प्रार्थी को झांसे में लेकर जालसाजी कर ठगे जाने का एहसास हुआ। इसके बाद प्रार्थी ने रुपए मांगे, लेकिन आरोपतों ने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित ने बताए रुपए मांगने पर पिटाई की गई
आरोपित विधान बैरागी चन्द्रा और उसकी पत्नी वर्षा रानी ने गाली-गलौज कर मारपीट की। इससे वह घायल हो गया था और पीड़ित थाने पहुंचकर सभी धोखाधड़ी के खिलाफ अपराध दर्ज कराया। वहीं मरवाही पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपित विधान बैरागी चंद्रा, वर्षा रानी और योगेश रजक के खिलाफ जुर्म दर्ज कर जानकारी जुटाई इसमें पता चला कि ये आरोपित पहले ही एक धोखाधड़ी के मामले में जांजगीर के जेल में बन्द है। इसके बाद पुलिस जांजगीर न्यायालय से आरोपितरें के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट से आरोपितों को लेकर गौरेला पहुंची है और पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है।