सिकल सेल को पहचान कर किया जा सकता है निदान : प्रणव
विश्व सिकल सेल दिवस पर मरवाही विधायक प्रणव कुमार मरपची और कलेक्टर लीना मंडावी की उपस्थिति में जिला चिकित्सालय में सिकल सेल की स्क्रीनिंग एवं जागरूकता के लिए जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।
Publish Date: Thu, 20 Jun 2024 12:29:33 AM (IST)
Updated Date: Thu, 20 Jun 2024 12:29:33 AM (IST)
HighLights
- 13 हितग्राहियों को सिकल सेल पहचान कार्ड किया गया वितरित
- बीमारी से बचाव और लक्षण के बारे में बताया गया
- शासन की योजनाओं की दी गई जानकारी
नईदुनिया न्यूज, गौरेला : विश्व सिकल सेल दिवस पर मरवाही विधायक प्रणव कुमार मरपची और कलेक्टर लीना मंडावी की उपस्थिति में जिला चिकित्सालय में सिकल सेल की स्क्रीनिंग एवं जागरूकता के लिए जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।
आयोजन जिला स्वास्थ्य समिति, महिला एवं बाल विकास और आदिवासी विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में विधायक मरपची ने कहा कि सिकल सेल रोग के लक्षण, जांच एवं उपचार के लिए भारत सरकार के निर्देशानुसार सिकल सेल दिवस मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश को सिकल सेल की स्क्रीनिंग एवं जागरूक करने विडियो कांफ्रेसिंग से जुड़कर लोगों से चर्चा किए।
राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत वर्ष 2023 से 2026 तक शून्य से 40 वर्ष आयुवर्ग के सभी व्यक्तियों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की जा रही है। कार्यक्रम में विधायक ने स्क्रीनिंग किए जा चुके 13 हितग्राहियों को सिकल सेल पहचान कार्ड वितरित किया। इस पहचान पत्र से उन्हे सिकल सेल रोग का समुचित इलाज और विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलेगा। विधायक ने सिकल सेल रोग के पहचान, निदान एवं रोकथाम के लिए जन जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर जिला चिकित्सालय परिसर से रवाना किया। कलेक्टर ने कहा कि सिकल सेल की जांच के लिए लोगों को प्रेरित करना है, उन्हे बताना है कि सिकल सेल शरीर के अंगों को प्रभावित करता है। उन्होने सिकल सेल के रोग के लक्षण बताएं और लक्षण होने की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में निःशुल्क जांच कराने लोगों से आग्रह किया। इस अवसर पर लोगों को सिकल सेल रोग के लक्षण, परामर्श, आहार प्रबंधन, क्या करें-क्या न करें से संबंधित पाम्पलेट वितरित किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिक लाल सिंह यादव, सीएमएचओ डा़ आई नागेश्वर राव, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अतुल परिहार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक विभा टोप्पो, डा़ केबी सिंह, डा़ हेमंत तंवर, डॉ. आशुतोष पांडेय, मंडल संयोजक आदिवासी विकास नम्रता सहित मेडिकल स्टाफ, महिला एवं बाल विकास तथा आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
सिकल सेल के लक्षण
इसमें बताया गया कि हीमोग्लोबिन शरीर में सभी कोशिकाओं तक पर्याप्त आक्सीजन पहुंचाने का काम करता है लेकिन सिकल रोग में यह काम बाधित हो जाता है। यह एक अनुवांशिक रोग है। भूख नहीं लगना, हल्का एवं दीर्घ कालीन बुखार रहना, थकावट, त्वचा एवं आंखों मे पीलापन, बार-बार पेशाब आना व मूत्र में गाढ़ापन, तिल्ली में सूजन, चिड़चिड़ापन और व्यवहार में बदलाव, वजन और उंचाई सामान्य से कम, हांथ-पैरों में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, हड्डियों और पसलियों में दर्द होना इस रोग का लक्षण है यदि उक्त लक्षण है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंदों में निशुल्क जांच कराएं। अधिक प्रोटीन वाले आहार ले एवं एंटीआक्सीडेंट युक्त आहार चुनें।