रायगढ़ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कला और संस्कारधानी रायगढ़ के विकास में स्व सेठ किरोड़ीमल का अतुलनीय योगदान है। उनकी दानवीरता के एक से बढ़कर एक उदाहरण शहर के कोने कोने में विद्यमान है। उनकी ख्याति ने देश भर में रायगढ़ को अलग मुकाम दिया है। उनकी दानवीरता की परिपाटी अब भी जीवंत है। जिले अग्र बंधुओं द्वारा यहां छह एकड़ में सर्व समाज के लिए भवन बनाया जा रहा है, यह भवन वर्तमान स्थिति में 82 फीसद तैयार हो चुका है। अग्र समाज के 80 दानदाताओं के सहयोग से 80 कमरे बनाए जा रहे हैं। यह भवन जिले को एक नई पहचान हासिल करवाएगा ।
रायगढ़ शहर महानगर का स्वरूप लेते जा रहा है। जहां विशेषकर वैवाहिक व अन्य वृहत स्तर के सामाजिक व धार्मिक आयोजनों के लिए रियायती दरों पर भवन या परिसर उपलब्ध नहीं था जो मौजूदा भवन या होटल हैं वो काफी मंहगे व पूर्ण रूप से समुचित व्यवस्था के लिए अपूर्ण है। इसे देखते हुए नगर के अग्रसमाज की संस्था अग्रोहा धाम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अग्रोहा धाम विवाह घर जिंदल रोड में निर्माण के लिए 14 अक्टूबर 2019 नींव रखा। इसमें 31 ट्रस्टी भी है। वही भव्य समारोह में आठ जोड़ों ( यजमान ) ने विधिवत हवन पूजा अर्चना की।
पश्चात उपस्थित सैक़डों अग्र महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में हाथों में आरती के थाल के साथ महाराजा अग्रसेन की भव्य आरती कर भूमि में इट रख किया गया। इस भवन 20 करोड़ रुपए की लगात से बन रहा है। वर्तमान में करीब यह भवन 80 फीसद बन कर तैयार हो गया है जो आगामी वर्ष सम्भवतः सुविधाओं के रुप में लोगो को सेवा के लिए उपलब्ध हो सकता है। यहां यह बताना लाजमी होगा कि जिस समय उक्त भवन के लिए नींव रखी जा रही थी उस गरिमामय में समारोह में प्रदेशभर के कद्दावर नेता, मंत्री एवं विभिन्ना क्षेत्रों में सामाजिक कार्यो के बदौलत नई पहचान बनाने वाले लोग शामिल थे।
क्या कहते हैं पदाधिकारी
जिले में धार्मिक-समाजिक कार्यक्रम के दौरान भवन की कमी को महसूस करते हुए इस भवन की रूप रेखा तैयार की गई है । आगे 30-35 सालों में आबादी को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। सर्व समाज को अग्रोहा धाम अनूकूल सुविधा देगा। स्व सेठ किरोड़ीमल की दान की परिपाटी को जीवंत रखा गया है। यह भवन छत्तीसगढ़ ही नहीं अपूति पूरे देश में किसी समाज का सबसे बड़ा भवन होगा। वर्तमान में 80 फीसद काम पूरा हो चुका है। इंटीरियर का काम चल रहा है। सब कुछ सही रहा तो आगामी वर्ष के पहले तिमाही में शुभारंभ हो सकता है ।
- राकेश अग्रवाल ,अग्रोहा धाम चेरिटेबल ट्रस्ट अध्यक्ष
हमारा उद्देश्य यह है कि मूल्य कम सुविधा उपलब्ध अधिक हो, इसके लिए मुम्बई व अन्य शहरों के प्रमुख आर्कटिेक्ट व वास्तुविद के हिसाब से 6 एकड़ में अग्रोहा धाम बनाया जा रहा है। यह सर्व समाज के लिए है। इससे लोगो को महंगे होटल के खर्चे से आर्थिक राहत मिलेगा। हमारा उद्देश्य है कि रियायती दरों पर एक ही परिसर में वर व वधु दोनों के परिवार को यहां रहकर सभी वैवाहिक कार्यक्रम पूरा कर सकें,उन्हे कोई भी असुविधा न हो। धार्मिक व अन्य बड़े सामाजिक आयोजनों के लिए आगे यह भवन मिल का पत्थर साबित होगा।
- सुशील रामदास
ट्रस्ट के पदाधिकारी