रायगढ़ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिले के रिहायशी इलाकों के साथ कालोनियों में सुनियोजित तरीके से अज्ञात चोर सूने मकानों में चोरी की वारदात डेढ़ साल से बढ़ गई थी एक के बाद एक चोरियों की बड़ी घटनाओं ने पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना गंभीरता से लेते हुए सभी मामलों की स्वयं समीक्षा कर एडिशनल एसपी लखन पटले के नेतृत्व में सीएसपी दीपक मिश्रा, साइबर सेल और जिले के विभिन्न थाना के प्रभारी व स्टाफ की संयुक्त टीम बनाया गया जिन्हें अलग- अलग जिम्मेदारी सौंपा आलम यह रहा कि चार चर्चित चोरी का पुलिस ने पर्दाफाश करने में कामयाब हुई है। और इसमें शामिल अंतरराष्ट्रीय बांग्लादेश के रहवासियों महिला व तीन आरोपितों को धर दबोचा गया है।
बताया गया कि एडिशनल एसपी एवं सीएसपी रायगढ़ के सुपरविजन में पुलिस टीम मामले की पतासाजी में जुटकर सभी चोरियों के करीब 150-200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिनमें कई संदिग्ध के फोटो भी मिले जिन्हें मुखबिर तथा पूर्व के चोरी, लूट में शामिल आरोपियों को दिखाकर पहचान कराया गया। लोकल लोग भी फुटेज देखकर संदिग्ध को नहीं पहचान पाए। पुलिस को अंदेशा हुआ कि जरूर ही कोई बाहरी गिरोह चोरी में शामिल है। इसी बीच साइबर सेल की टीम को सिलसिलेवार चोरियों में एक। सामा गतिविधि मिला, जांच में लगी अन्य टीम की जानकारी भी उसी लिंक पर मेल हुआ जिसके बाद टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर संदिग्धों का लोकेशन पुलिस टीम को मिला जिसके आधार पर जूटमिल प्रभारी निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह बैस और सरिया थाना प्रभारी उपनिरीक्षक कमल किशोर पटेल के नेतृत्व में दो अलग-अलग टीमें पश्चिम बंगाल की ओर रवाना किया गया । लगभग 1 सप्ताह के अथक प्रयास पर रायगढ; पुलिस की टीम आरोपियों के ठिकाने थाना कुमारगंज डिस्ट्रिक्ट दक्षिण दिनाजपुर पश्चिम बंगाल में दबिश किया गया जहां एक महिला (छबिकुन नहर बिबी मण्डल) मिली । जिससे कड;ी पूछताछ में जानकारी हुआ कि आरोपीगण ओड़िसा तथा छत्तीसगढ़ के कई जिलों में जाकर रुकते हैं अक्सर यह काम धंधे के बहाने ऐसे स्थानों में रुकते हैं जहां आम लोगों का आना जाना कम हो, ये लोग कबाड़ बीनने फेरी करने, सफाई का काम, एसी सुधारने जैसे काम कर लोगों को अपना परिचय दिया करते थे और मौका देखकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे । इनके गिरोह का सरगना मोहम्मद खालिद है जो अपने साथियों के साथ हर जिले में नए वेशभूषा के साथ रुकता और अपराध को अंजाम देता था । इनकी टीम भारत-बांग्लादेश के अंतिम सीमा में बसे गांव को अपना ठिकाना बनाकर रखे हुए थे यहां वह चोरी के माल को बांग्लादेश तथा पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में खपा रहे थे । आरोपित चोरी की संपत्ति से कई बहुमूल्य जमीनों की खरीदी मकानों की खरीदी की जानकारी पुलिस को मिली है और यह अक्सर चोरी की गाड़ी का प्रयोग कर रहे थे । जूटमिल के पार्क सिटी में चोरी में भी आरोपियों द्वारा जिस मोटरसाइकिल का उपयोग किया गया है पुलिस की जांच में उसके पामगढ़ जिला जांजगीर चांपा क्षेत्र में चोरी की जानकारी मिली है आरोपियों में तीन फरार हैं जिनकी पहचान पुलिस को मिल चुकी है । बहरहाल आरोपितों से सोना- 91.25 ग्राम ( पांच लाख), चांदी- 1.127 ग्राम कीमत 70,000 और नकद रूपये- 7,35,880 रूपये बरामद किया गया है जबकि वारदात में संलिप्त आरोपित मोहम्मद खालिद, अफसर मण्डल और छोटू खान (वास्तविक नाम नहीं) फरार है जिसमें मोहम्मद खालिक को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।