रायगढ़ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बढ़ते डीजल की कीमत के मध्य बस संचालको द्वारा 40 फीसदी किराया बढ़ाए जाने की मांग कर रहे थे। लंबे अरसे के बाद शासन ने 25 फीसदी किराए बढ़ाने का हरी झड़ी दे दी है। ऐसे में बस संचालको को मामूली राहत मिली है तो आमजन को महंगाई का एक और करारा तड़का लगा है। जिसका असर उनके जेब मे अतिरिक्त खर्च के रूप में पड़ेगा।
गौरतलब हो कि जिले में 180 बस का संचालन होता है। ये यात्री बसों का किराया बढ़ा)े के लिए लंबे समय से बस आपरेटर संघ द्वारा मांग किया जा रहा था, इस पर अमल नहीं होने से इनके द्वारा अनिश्चित कालीन हड;ताल तक किए थे हालांकि आश्वासन मिलते ही हड़ताल बंद कर वापस बसों का परिचालन शुरुआत किया गया था। ऐसे में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए राजनीतिक उठापटक के बाद रविवार रात्रि में शासन द्वारा बस भाड़ा 40 फीसद की जगह 25 फीसदी बढ़ाए जाने का निर्णय लिया है।अब मांग पूरी होते ही यात्रियों को सोमवार से ही अधिक राशि चुकाकर यात्रा करना पड़ रहा है वही इससे पहले से ही बस संचालक मनमानी करते हुए पूर्व में ही अघोषित रूप से किराया बढ़ाया गया था।
कही ंखुशी कही गम का माहौल
25 फीसदी किराए बढ़ने का असर महंगाई पर पड़ेगा। लोगों को ज्यादा पैसे चुकाना होगा। वही बस संचालक लाक डाउन व दिनों दिन डीजल का रेट बढ)े के कारण पुराने रेट पर बसों का परिचालन में दिक्कत हो ना बता रहे थे ऐसे में किराया बढ़ने से उनके चेहरे में खुशी है।
जर्जर रोड बढ़ा रहा है खर्च
केवड़ा बाड़ी बस स्टैंड से बसों का रायगढ़ अम्बिकापुर मार्ग में विभिन्न रूट पर परिचालन करने वाले संचालक बताए कि डीजल की कीमत बढ़ गई यह तो एक समस्या है साथ ही कोरोना के कहर के चलते लोग घरों से कम निकल रहे थे,स्कूल कालेज बंद होने से बसों में सफर करने वाले लोगों की आवाजाही भी बंद है इन सभी के बीच रायगढ; घरघोड;ा मार्ग बद से बदतर हो गया है यह भी आर्थिक स्थिति को बेहाल कर रहा है क्योंकि जर्जर रोड में बस में टूट-फूट आने लगी है। जो एक तरफ से खर्च बढ़ा रही है।