
रायगढ़। नईदुनिया न्यूज
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तारापुर के छात्र-छात्राओं द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतीक पुरुष स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर विभिन्न कार्यक्रमों के साथ स्थापना दिवस मनाया गया । विदित हो कि महात्मा गांधी के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 में 24 सितंबर को राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना की गई थी अतः प्रति वर्ष 24 सितंबर को रासेयो का स्थापना दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा स्थापना दिवस कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय के प्राचार्य वीसीपी कालो, वरिष्ठ व्याख्याता एमएल चौधरी, हरिचंदन पटेल, व्यख्याता किरणकुमार पटेल, चंद्रशेखर पटेल, माध्यमिक खंड से प्रभारी प्रधान पाठक गणेशराम पटेल सीएससी हरीशंकर पटेल विज्ञान सहायक शिक्षक कृष्ण कुमार सिदार एवं रामेश्वर डनसेना द्वारा स्वामी विवेकानंद एवं महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन दिया गया । कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र डनसेना भी विशेष रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी भोजराम पटेल द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना, उद्देश्य, सिद्धांत वाक्य एवं गतिविधियों की संक्षिप्त जानकारी दी गई वहीं छात्र छात्राओं के लिए एनएसएस से संबंधित ज्ञानवर्धक क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें विजेताओं को दो अक्टूबर गांधी जयंती पर सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्राचार्य कालो द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस अवसर पर छात्र-छात्राओं को समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी रहकर अपने व्यक्तित्व विकास करने की शुभकामना दी गई। लेखापाल केतन प्रसाद पटेल द्वारा स्वामी विवेकानंद के जीवन वृत्त तथा संदेश का वाचन करते हुए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया गया रासेयो स्वयं सेवकों द्वारा समवेत स्वरों में प्रेरणा गीत का गायन किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक कमलेश राणा, शेखर पटेल, गुलशन पटेल, मिथिलेश साहू, कृष्णा पटेल, विरेंद्र पटेल, राहुल साहू, कु.टिकेश्वरी पटेल, कु.खेल कुमारी, कु.रमा पटेल, रोहिणी पटेल इत्यादि स्वयं सेवकों की सक्रिय भागीदारी रही । अंत में उपस्थित जनों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम को विराम दिया गया। यह जानकारी शिक्षक रामेश्वर डनसेना ने दी।