नईदुनिया प्रतिनिधि, रायगढ़: जिले में बुधवार रात से आरंभ मूसलाधार बारिश दूसरे दिन दोपहर तक चला। बारिश शहर की चाल को बिगाड़ कर रख दिया। सीजन में पहली बार केलो नदी उफान पर बहने लगी, चहुओर बारिश से जलभराव, नाले और नालियां का पानी लोगो के घरों दुकान में प्रवेश कर गया। जल निकासी नहीं होने से पॉश कॉलोनी, मुख्य मार्ग और मोहल्ला तालाब बन गया।
बता दें कि शहर में समोचित जल निकासी नहीं होने से बारिश का पानी सड़क पर नदी की धार की तरह बहने लगा। जल भराव की समस्या से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। जिसने नगर निगम के दावे की पोल को खोलकर रख दी। शहर में हर साल इस समय जल भराव हो जाता है।
दरअसल, शहर के 48 वार्डों में जितने भी नाले नाली हैं, उनमें अधिकांश रसूखदार अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। यहीं हाल शहर के दूसरे इलाकों का भी है।। इन इलाकों में हर साल करोड़ों रूपये खर्च कर नालों की साफ-सफाई करवाई जाती हैं, लेकिन उसके बाद भी बारिश में जल भराव की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
भारी बारिश के कारण शहर के हालात ऐसे बने हुए है कि लोगों के घरों तक में पानी घुस गया है। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि गर्मी के मौसम में जिला प्रशासन और नगर निगम से शहर में नालियों के निर्माण की मांग की गई थी। साथ ही जल निकासी की समुचित प्रबंध करने को लेकर भी निवेदन किया गया था।
लेकिन प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिसका नतिजा यह है कि पहली ही बारिश में शहर की सड़कों और रिहायसी इलाकों में पानी भर गया । इसके बाद जाकर प्रशासन और नगर निगम की नींद टूटी। निगम की ओर टीम बनाकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा निरीक्षण किया गया।
रुक्मणि विहार कालोनी, पेठु डबरी, रेलवे अंडर ब्रिज, गोपी टाकीज मार्ग, रामलीला मैदान के सामने गणेश तालाब मार्ग के साथ अन्य स्थानों से भी इसी तरह की समस्या सामने आया है। इसी के साथ जिंदल रोड में भगवानपुर, मोदी नगर, गोरखा, फ्रेडन्स कालोनी, सिद्धि विनायक कालोनी, इंदिरा नगर, में जल भराव रहा जबकि रामभाठा नाला तथा ढिमरापुर, गोगा मंदिर नाला उफान पर रहा।
भारत सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रायगढ़ रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है। जिसकी लागत 18 करोड़ रुपये से अधिक है। लेकिन यहां भी जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। बारिश के बाद आरपीएफ थाने के बाहर 2 फीट पानी जमा हो गया। स्टेशन के इंजीनियरिंग विभाग में पानी भर गया। पुलिस कर्मियों की गाड़िया डूब गई।
गौरतलब है कि पहले ही बारिश के बाद रायगढ़ के अधिकांश इलाकों में जलभराव की समस्या सामने आ गई है। समुचित जल निकासी प्रणाली नहीं होने और नालियों के अतिक्रमण के कारण शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इसे लेकर जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से कोई ठोष कदम नहीं उठाया जा रहा है।