रायगढ़ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेल विभाग के अंर्तगत कार्य करने वाले लोको पायलट, रनिंग कर्मचारियों द्वारा सयुंक्त रूप से रायगढ़ स्टेशन में मौजूद लाबी के सामने अपने तीन प्रमुख मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए लामबंद हो गए। मजे की बात यह रही की दोपहर 12 बजे के बाद 100 से अधिक लोको पायलट ने इसकी न तो कोई सूचना दिए और न ही कोई रणनीति बनाकर आंदोलन का आगाज किए। जिससे रेलवे के आलाधिकारी सकते में आ गए। जहां दुर्गा पंडाल के नीचे चार घंटे तक प्रदर्शन करते रहे।
जानकारी के मुताबिक रेल कर्मचारियों व स्वजनो द्वारा रेलवे प्रशासन द्वारा पूर्व में किए गए प्रदर्शन के बावजूद रनिंग स्टाफ के मांगो पर कोई अमल नही किया गया। वही इन सभी के बीच नए उनके कार्य पदस्थापना आदेश जारी होने से उनके सब्र का बांध झलक गया और समान्य गतिविधियों के साथ चल रहे स्टेशन में हलचल मचना चालू हो गया जहां स्टेशन परिसर दुर्गा पंडाल के पास करीब 100 से अधिक लोको गार्ड व रंनिग कर्मचारियों ने एक बार फिर से हल्ला बोलते हुए लामबद्घ होने लगे। इसी बीच लगभग 12 बजे के बाद लाबी के बाहर देखते ही देखते आंदोलन आरंभ हो गया।
नारेबाज को देखकर स्टेशन में बैठे लोग एक बारगी सकते में आ गए। वही आंदोलन कारियो ने वर्तमान में प्रशासन द्वारा लगभग 50 लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट की नये पदस्थापना आदेश को रद्द किया जाए वही दूसरे प्रमुख मांग में रेल्वे द्वारा दिए गए सीयूजी सिम को वापस लिया जाए तथा काल बाय के माध्यम से ड्यूटी सूचना दी जाए ।इन मांगों को लेकर वे रेल विभाग के आलाधिकारी के विरुद्घ नारेबाजी करते हुए मोर्चा खोलकर रख दिए।इससे विभाग व अन्य कामकाज भी काफी प्रभावित हुआ वही देर शाम अधिकारी वर्ग से चर्चा होने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ। फिलहाल आंदोलन से लोको की किन मांग पर सहमति मिली इसकी जानकारी नही मिल पाई है परंतु सूत्रों के मुताबिक अधिकारी केवल उधा अधिकारियों के पास उनकी मांगों को रखने का आश्वासन देना बता रहे है।