रायपुर। Chhattisgarh News : स्वास्थ्य विभाग ने एचआईवी-एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पोस्टर का विमोचन किया है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के सिविल लाइन स्थित निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बंसोड़ ने छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय लघु फिल्म प्रतियोगिता तथा राज्य स्तरीय आनलाइन क्विज प्रतियोगिता का शुभारंभ किया है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा एचआईवी के साथ रह रहे लोगों के बच्चों, डा. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के हितग्राहियों के बच्चों एवं अन्य बच्चों के लिए आनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ने कार्यक्रम में रेड रिबन क्लब प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। उन्होंने इस प्रतियोगिता में संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पर रहे रानी दुर्गावती महाविद्याल वाड्रफनगर के छात्र राजीव गुप्ता और शासकीय पालिटेक्निक राजनांदगांव की छात्रा नंदिनी सिन्हा तथा द्वितीय स्थान पर रहीं श्रीशंकरा ग्रुप आफ स्टडीज सेक्टर-1, भिलाई की गरिमा राठौर को पुरस्कृत किया।
राज्य के 91 शासकीय महाविद्यालयों में एचआईवी-एड्स जागरूकता, स्वैच्छिक रक्तदान इत्यादि के प्रोत्साहन के लिए रेड रिबन क्लब के विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस प्रतियोगिता में करीब चार हजार छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था। कार्यक्रम में संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं सह परियोजना संचालक बंसोड़ ने एचआईवी-एड्स की रोकथाम व नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में एचआईवी संक्रमितों को दवाई देने के लिए पांच जिलों में एआरटी केंद्र की स्थापना की गई है। रायपुर के डा. भीमराव अंबेडकर अस्पताल, सिम्स बिलासपुर, जगदलपुर के महारानी अस्पताल तथा दुर्ग व सरगुजा के जिला अस्पतालों में संक्रमितों को निश्शुल्क दवाई दी जा रही है। प्रदेश के मेडिकल कालेजों एवं जिला अस्पतालों में कुल 31 सुरक्षा क्लिनिक बनाए गए हैं, जहां गुप्त रोग और यौन रोग से संबंधित निश्शुल्क परामर्श एवं दवाई वितरण की सुविधा है।
एचआईवी-एड्स पर नियंत्रण एवं जागरूकता के लिए राज्य भर में 36 स्वयं-सेवी संगठन कार्य कर रहे हैं। ये संगठन उच्च जोखिम समूहों के बीच पहुंचकर एचआईवी की जांच और परामर्श के लिए उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं। संक्रमितों की जांच और परामर्श के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इससे लोग स्वेच्छा से जांच कराने आईसीटीसी केंद्रों में आ रहे हैं। कार्यक्रम में अतिरिक्त परियोजना संचालक डा. एसके बिंझवार सहित स्वास्थ्य विभाग और राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अधिकारी भी मौजूद थे।