रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। लोक सभा चुनाव के आचार संहिता लगने के पूर्व पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया है। पहली बार 91 पुलिसकर्मी जिनमें निरीक्षक से लेकर एसआइ, एएसआइ और अन्य निचले स्तर के 91 पुलिसकर्मियों को एनआइए में अटैच किया है। उल्लेखनीय है कि कि पूर्व में भी निरीक्षक के साथ राजपत्रित पुलिस अफसरों का एनआइए में अटैचमेंट होते रहा है, लेकिन यह पहली दफा है कि टीआइ से भी निचले स्तर के पुलिसकर्मियों का एनआइए में अटैचमेंट किया गया है।
तबादले के पीछे की वजह बताई जा रही है कि राज्य में बड़े पैमाने पर लोगों के मतांतरण कराने के आरोप लगते रहे हैं। दो वर्षों में कवर्धा, बेमेतरा में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति निर्मित हुई थी, इस को लेकर केंद्रीय गृहमंत्रालय अलर्ट है। खुफिया इनपुट के आधार पर किसी भी तरह की सांप्रदायिक सौहाद्र खराब न हो इस बात को लेकर एनआइए सहित अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों को मजबूत किया जा रहा है। मुख्यालय द्वारा जारी आदेश के मुताबिक जिन 91 पुलिसकर्मियों को एनआइए में अटैच किया गया है, उनमें 14 पुलिसकर्मी दंतेवाड़ा, 10 सुकमा, 19 कांकेर, 20 बीजापुर, 16 नारायणपुर, 8 गरियाबंद और 3 मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में अटैच किए गए हैं।
2017 में एनआइए का कार्यालय रायपुर के खनिज नगर इलाके मे खुला था। इस कार्यालय को अस्थाई तौर पर खोला गया था। अगस्त 2022 में अटल नगर के सेक्टर-24 में केंद्रीय गृह मंत्री ने नए दफ्तर का उद्घाटन किया था। एनआइए की नई बिल्डिंग सेक्टर-24 में सवा एकड़ जमीन में बनाई गई है। इस दौरान अमित शाह ने 2024 तक देश भर में एनआइए के विस्तार का दावा किया था।
आइपीएस आजात बहादुर सिंह को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसपी एटीएस से उन्हें डायरेक्टर एसडीआरफ बनाया गया है। यह आदेश राज्य सरकार ने जारी किया है।