रायपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में मात्र 400 रुपए में किडनी के मरीजों को डायलिसिस सुविधा मिलेगी। बुधवार को 15 लाख की कीमत वाली चार डायलिसिस मशीनों को चालू किया गया। कन्टूनियश रिनल रिप्लेसमेंट थैरेपी (सीआरआरटी) और हिमोडायलिसिस सिस्टम वाली मशीनें लगाई गई हैं। मरीजों को डायलिसिस की तत्काल सुविधा मुहैया कराने के लिए अस्थायी रिवर्स ऑस्मोसिस (आरो) सिस्टम लगाया गया है।
15 अगस्त तक सभी मशीनों को साफ करने के लिए नए आरो प्लांट को शुरू कर दिया जाएगा। एम्स के डायरेक्टर डॉ. एम नितिन नागरकर ने बताया कि पांच साल बाद एम्स रायपुर को बतौर विशेषज्ञ किडनी रोग डॉ. विनय राठौर मिले हैं। इनके कारण ही मरीजों को सस्ते दर पर डायलिसिस की सुविधा मिलेगी।
लो ब्लड प्रेशर और ऑपरेशन करते समय भी होगा डायलिसिस
डायलिसिस मशीन में सीआरआटी की सुविधा होने से मरीज को 72 घंटे तक डायलिसिस करने की जरूरत नहीं होगी। एम्स के उप निदेशक नीरेश शर्मा ने बताया कि ऐसे मरीज, जो अन्य बीमारियों के कारण किडनी फेलियर से ग्रसित हो जाते हैं, उनके लिए यह मशीन कारगर होगी।
उन्होंने बताया कि ब्रेन ट्यूमर, शुगर, ब्लड प्रेशर और अन्य बीमारियों के कारण कई मरीजों की किडनी प्रभावित हो जाती है। उक्त किडनी को पुनः चालू करने के लिए उक्त मशीन का उपयोग किया जाता है। साथ ही उक्त मशीन में अन्य बीमारियों के ऑपरेशन के दौरान भी डायलिसिस किया जा सकता है।
ऐसे होगा इलाज
हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. करण पिपरे ने बताया कि भर्ती मरीजों को मुफ्त सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। साथ ही अन्य दवाइयों और किट आदि खरीदने के लिए 300 से 400 रुपये खर्च करने होंगे। साथ ही चिकित्सालय में मुफ्त में सीएपीडी (लगातार एंबुलेटरी पैरीटोनियल डायलिसिस) भी किया जाएगा।
उपरोक्त मशीनों से हिमोडायलिसिस से इलाज में एक मरीज को चार घंटे लगेंगे, सीआरआरटी से प्रति मरीज 72 घंटे इलाज में लगेंगे । निजी अस्पतालों में डायलिसिस में 10 हजार रुपये फीस लगती है।
डायलिसिस में आरो प्लांट है जरूरी
डॉ. राठौर ने बताया कि एम्स में डायलिसिस के लिए अभी अस्थायी आरो प्लांट लगाया जा रहा है। 15 अगस्त को 10 मशीनों की क्षमता वाला आरो प्लांट चालू किया जाएगा। डायलिसिस करने के लिए शुद्ध पानी की आवश्यकता होती है। पानी में किसी भी प्रकार का तत्व नहीं होना चाहिए। इन्हीं कारणों से आरो प्लांट को प्रारंभ किया जा रहा है।
फैक्ट फाइल
- 40 मरीज डायलिसिस के लिए पहुंचते हैं रोजाना
- 34 ऑपरेशन थिएटर के लिए सीआरआरटी मशीन होगी उपयोगी