छत्तीसगढ़ी सिनेमा के सुपरस्टार हैं अनुज शर्मा, 40 फिल्मों में निभा चुके हैं मुख्य भूमिका, जानिए उनकी सक्सेस स्टोरी
छत्तीसगढ़ी सिनेमा में अनुज शर्मा का नाम सबसे ऊपर है। न सिर्फ अभिनय, बल्कि गायन से भी उन्होंने लोगों का दिल जीता है। ...और पढ़ें
By Ashish Kumar GuptaEdited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Sun, 12 Mar 2023 10:09:08 AM (IST)Updated Date: Sun, 12 Mar 2023 10:09:08 AM (IST)

रायपुर। छत्तीसगढ़ी सिनेमा में अनुज शर्मा का नाम सबसे ऊपर है। न सिर्फ अभिनय, बल्कि गायन से भी उन्होंने लोगों का दिल जीता है। उन्होंने छत्तीसगढ़ी लोक कला को लोकप्रिय बनाने के लिए रेडियो और सैटेलाइट चैनल्स पर भी नई पहल करते हुए भारी सफलता पाई है। छत्तीसगढ़ी फिल्मों के सबसे लोकप्रिय नायक और आज के सुपर स्टार बहुमुखी प्रतिभा के धनी अनुज सदैव सक्रिय और अग्रणी रहे हैं। अनुज मंचीय कार्यक्रमों के भी अत्यंत लोकप्रिय और प्रसिद्ध कलाकार हैं। देश-विदेश में 1,000 से भी अधिक स्टेज शो किए हैं। कई फिल्मों का रिकार्ड तोड़ते हुए उनकी फिल्म मोर मोर छइहां भुइयां रायपुर की बाबूलाल टाकीज में 106 दिन लगातार पांच शो में चली।
भाटापारा में जन्म
पद्मश्री से सम्मानित अनुज का असल नाम रामानुज शर्मा है। उनका जन्म 15 मई 1976 को भाटापारा में हुआ था। भाटापारा में ही उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की, जिसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वे रायपुर आए। वर्ष 1998 में उन्होंने स्नातकोत्तर कि उपाधि पूर्ण की। इस दौरान उन्होंने संगीत और गायकी की भी शिक्षा ली।
फिल्म मोर छइहां भुइयां से मिली पहचान :
वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के साथ फिल्म मोर छइहां भुइयां के नायक के रूप में अनुज मानो नवगठित राज्य में युवाओं के आदर्श, चरित्र और सपनों के प्रतीक बन गए। यह फिल्म मोर मोर छइहां भुइयां रायपुर की बाबूलाल टाकीज में 106 दिन लगातार पांच शो में चली और सफलतापूर्वक 27 सप्ताह तक चल कर शोले और जय संतोषी मन जैसी फिल्मों के रिकार्ड तोड़े। वहीं नयापारा और राजिम के एक-एक सिनेमा हाल में पुरे 24 घंटे में आठ शो में प्रदर्शन का अनूठा रिकार्ड बनाया। अब तक चार छत्तीसगढ़ी फिल्मों ने 25 सप्ताह (सिल्वर जुबली) प्रदर्शन का रिकार्ड बनाया है। इन सभी फिल्मों के हीरो अनुज शर्मा हैं। साथ ही इनकी 10 फिल्मों ने 50 दिनों से अधिक प्रदर्शन का कीर्तिमान भी कायम किया है।
एंकर और आरजे की भी भूमिका निभा चुके हैं अनुज
अनुज ने ई टीवी मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ पर आंचलिक लोक संगीत के कार्यक्रम फोक झमाझम का संचालन प्रारंभ किया, जो बहुत ही सफल रहा। एंकर के रूप में अनुज द्वारा प्रस्तुत कुल 125 एपिसोड प्रतिष्ठित और लोकप्रिय हुए। उन्होंने छत्तीसगढ़ी गीतों का कार्यक्रम प्रस्तुत किया और वे इस माध्यम से पहले छत्तीसगढ़ी आरजे बने। कार्यक्रम के गीतों को रोचक और दिलकश अंदा में प्रस्तुत करने के उनके तरीके के कारण यह कार्यक्रम आरंभ से ही लोकप्रियता कि बुलंदियों को छूने लगे।
40 फिल्मों में निभाई है मुख्य भूमिका
छत्तीसगढ़ी फिल्मों के सुपर स्टार अनुज ने अब तक लगभग 40 फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई है। छत्तीसगढ़ी कि अब तक कि सबसे सफल चार सिल्वर जुबली फिल्मों में से चारों के नायक अनुज ही हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने फिल्म निर्माण, निर्देशन तथा फिल्मों में गायन भी किया है। अपनी अभिनय कला और बहुमुखी प्रतिभा के चलते वे लोक-आंचलिक फिल्मों के अत्यंत चहेते एवं सफल कलाकार हैं। फिल्म उद्योग को मात्र व्यवसाय और मनोरंजन के बजाय उन्होंने संस्कृति और परम्पराओं के सम्मानजनक प्रदर्शन का साधन माना है और इसी के अनुरूप अपने प्रयासों से उन्होंने छत्तीसगढ़ी सिनेमा को छत्तीसगढ़ कि अस्मिता के रूप में भी स्थापित करने में मददगार साबित किया है।
वर्ष 2014 में राष्ट्रपति के हाथों मिला पद्मश्री पुरस्कार
छत्तीसगढ़ी गीत-संगीत, संस्कृति और भाषा में योगदान के लिए अनुज को भारत के तात्कालिन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने वर्ष 2014 में पद्मश्री से सम्मानित किया है। स्वच्छ भारत अभियान में अनुज को प्रदेश के नौ रत्नों में शामिल किया है। इसके साथ यूनिसेफ के सेलिब्रिटी एडवोकेट और नौ बार बेस्ट एक्टर पुरस्कार और बेस्ट प्ले बैक सिंगर से सम्मानित अनुज को संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ी फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ नायक के पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। स्कूली शिक्षा के दौरान उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार 1992 (स्काउट), आल इंडिया बेस्ट कैडेट 1997 (एनसीसी) सी सर्टिफिकेट 1998 (एनसीसी एयर विंग) और कला के क्षेत्र में कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं।