रायपुर। छत्तीसगढ़ में जवाहर नवोदय विद्यालयों में पढ़ाई के अवसर बढ़ेंगे। केंद्र ने राज्य सरकार के प्रस्ताव पर प्रदेश के लिए सबसे अधिक 11 जवाहर नवोदय विद्यालय खोलने की मंजूरी दी है। नए विद्यालयों की मंजूरी से अब 880 सीट बढ़ जाएगी और राज्य में सीटें 1280 से बढ़कर 2160 हो जाएंगी।
गौरतलब है कि नवोदय विद्यालयों में छठवीं में दाखिले के लिए काफी मारा-मारी की स्थिति रहती है। हर साल 25 हजार से ज्यादा बच्चे नवोदय विद्यालयों में पढ़ाई करने के लिए प्रवेश परीक्षा देते हैं। सीट सीमित होने के कारण बड़ी संख्या में बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाता। अब हर जिले में एक विद्यालय होने से प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता और बढ़ेगी। दो साल के भीतर जिलों में विद्यालय शुरू हो जाने की संभावना है।
केंद्रीय विद्यालय भी खोलने का प्रस्ताव
राज्य सरकार ने नवगठित जिलों और जिन जिलों में केंद्रीय विद्यालय नहीं है, वहां नए विद्यालय और विद्यालयों की संख्या बढ़ाने के लिए भी प्रस्ताव दिया है। यदि केंद्रीय विद्यालय भी खुले तो प्रदेश में स्कूल स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता चौगुना बढ़ेगी।
इन जिलों में होगी शुरुआत
राज्य के नारायणपुर, बीजापुर, बालोद, बेमेतरा, बलौदाबाजार-भाटापारा, गरियाबंद, मुंगेली, कोण्डागांव, सुकमा, सूरजपुर और बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव है। हर विद्यालय में कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिए 80 सीट निर्धारित होगी। ऐसे में 880 सीट बढ़ेगी।
गांव के बच्चों को मिलेगी प्राथमिकता
गांव के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए नवोदय विद्यालयों में 75 फीसदी सीटें ग्रामीण छात्रों और 33 फीसदी सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित होती हैं। सीबीएसई से संबद्ध नवोदय विद्यालयों में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के प्रतिभाशाली छात्रों को निःशुल्क शिक्षा मिलती है।
जिलों में नवोदय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव दिया गया है। अभी केंद्र की ओर से स्वीकृति पत्र नहीं मिला है। - सुब्रत साहू, सचिव, स्कूल शिक्षा