रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अभनपुर और आरंग क्षेत्र के 17 गांवों के जमीनों की खरीदी-बिक्री, बटांकन और डायवर्सन पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि इन 17 गांवों की जमीन पर भारतमाला प्रोजेक्ट राष्ट्रीय राजमार्ग-53 के लिए अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। गांवों की जमीन प्रोजेक्ट के अंतर्गत आ रही है। कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अभनपुर और आरंग अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को इसके निर्देश दिए हैं। आरंग विकासखंड के बकतरा, विरोदा, भेलवाडीह, डोमा, झाकी, केन्द्री, खट्टी, कोलर, कर्ुरू, मोखेतरा, नवांगांव, पचेड़ा, पलौद, परसदा, तर्रा, टेकारी, डगेतरा और आरंग के अकोलीकला, लिंगाडी गांवों में खरीदी-बिक्री पर रोक लगाई गई है।
ऐसे होगा भारतमाला प्रोजेक्ट
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत मुंबई-कोलकाता इकोनामिक कारीडोर सड़क पर दुर्ग-रायपुर बाइपास का निर्माण किया जाना है। चार और छह लेन की यह सड़क छत्तीसगढ़ में कुल 92.230 किमी लंबाई की होगी। यह सड़क राजनांदगांव जिले के टेडेसरा गांव से शुरू होकर रायपुर जिले के पारागांव में समाप्त होगी। रायपुर जिले में सड़क की कुल लंबाई 48.73 कि.मी. होगी। इस सड़क में अभनपुर अनुभाग के 17 और आरंग संभाग के दो गांव की भूमि का अर्जन किया जाना प्रस्तावित है।
वर्ष-2015 की है योजना
भारतमाला परियोजना वर्ष-2015 में शुरू की गई थी। यह देश में बड़ी एवं चौड़ी सड़कों और राजमार्गों के निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही परियोजना है। केंद्र सरकार ने देशभर में एक मजबूत हाइ स्पीड रोड नेटवर्क तैयार करने की योजना बनाई है। बताया जा रहा है कि यह परियोजना करीब छह वर्ष विलंब हो गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना के बाद यह देश में हाइवे (राजमार्ग) के निर्माण की दूसरे बड़ी परियोजना है। इसके तहत देशभर में हाइवे नेटवर्क के 50 कारिडोर का निर्माण करना है। देश के करीब 550 जिलों को चार लेन हाइवे से जोड़ना है। इस योजना के तहत दूरदराज के इलाकों में भी कनेक्विटी बढ़ जाएगी।