रायपुर। Chhattisgarh Budget 2021: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्रकार वार्ता में केंद्र सरकार पर प्रश्न उठाए जाने पर कहा कि भूपेश सरकार के बजट में कहीं भी छत्तीसगढ़ को नई दिशा देने वाला कोई प्रावधान नहीं दिखाई देता है। बार-बार अपनी पीठ थपथपाने की कोशिश में लगे मुख्यमंत्री यह भूल गए कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनाकाल जैसी विपरीत परिस्थिति में से निकाल कर देश को कैसे पुनः ऊंचाइयों पर ले जाया जाता है, यह कर दिखाया है।
आज इंटरनेशनल मॉनिटरिंग फंड ने भारत की विकास दर को 13.5 प्रतिशत होने का संकेत दिया है, जो विश्व में किसी भी देश में सर्वाधिक है। विपरीत परिस्थितियों में 80 करोड़ लोगों को निशुल्क राशन वितरित किया। तीन करोड़ लोगों को निशुल्क कोरोना वैक्सीन और अब 45 व 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए निशुल्क कोरोना वैक्सीनेशन की व्यवस्था कर यह बता दिया है कि देश में अगर किसी के पास नेतृत्व क्षमता है तो वह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ही हैं।
मोदी सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल जीवन मिशन के तहत सात हजार करोड़ रुपए दिए, छह लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए। भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की योजनाओं का नाम बदलकर यह बजट बनाया है। वनवासी समुदाय के लिए बड़ी-बड़ी बातें कीं, लेकिन प्रदेश की इस 32 प्रतिशत आबादी के लिए बजट में केवल 170 करोड़ रुपये का प्रावधान किया।
बोधघाट परियोजना व निशुल्क कोरोना वैक्सीन देने तक का जिक्र तक इस बजट में नहीं किया गया। यह बजट निराशाजनक है। पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने कहा कि भूपेश बघेल सदैव केंद्र को उपदेश देकर अपनी जिम्मेदारियों से बचने जनता की भावनाओं से खेलते हैं और यह दिखावा ज्यादा दिन नहीं टिक सकता है। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल को अपने अंदर झांकने की आवश्यकता है, ताकि समय रहते सुधार आए और प्रदेश का भला हो सके।