रायपुर। Bore Basi Food Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में घर-घर में सुबह की शुरुआत प्रतिदिन बोरे बासी खाने से होती है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बोरे बासी का सेवन करते हैं। इस ठेठ देहाती पारंपरिक व्यंजन को प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाने में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अहम भूमिका निभाई। गांव देहात से निकालकर इसे शहरों के रेस्टारेंट, होटलों में उपलब्ध कराने के लिए पिछले साल मजदूर दिवस के दिन विशेष अभियान चलाया गया। अधिकारी, नेता, मंत्रियों ने भी जमीन पर बैठकर बोरे बासी का सेवन किया।
सेहत और स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद
छत्तीसगढ़ में गर्मी के मौसम में लोग इसका सेवन ज्यादा करते हैं। बोरे-बासी पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह सेहत और स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है। प्रतिदिन घर-घर में सेवन किए जाने वाले इस पारंपरिक व्यंजन को एक साल में ही विशेष पहचान मिली। छत्तीसगढ़ी आहार के लिए प्रसिद्ध गढ़कलेवा रेस्टारेंट में अब प्रतिदिन 50 से अधिक लोग बोरे बासी खाने पहुंचते हैं।
ऐसे बनाते हैं बोरे बासी
बोरे बासी बनाने की विधि बहुत सरल है। बोरे बासी बनाने के लिए पका हुआ चावल और पानी की जरूरत होती है।चावल को रात में पकाकर ठंडा होने के बाद कांसे अथवा मिट्टी के बर्तन में पानी में डुबाकर रखा जाता है। सुबह नमक, हरी मिर्च, टमाटर की चटनी, प्याज के साथ इसका सेवन किया जाता है। कई लोग भात के पसिया (माड़) को भी भात और पानी के साथ मिलाते खाते हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिंन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
बोरे बासी खाने के फायदे
-बोरे-बासी में पानी की भरपूर मात्रा होती है। गर्मी के दिनों में इसके सेवन से शरीर ठंडा रहता है। साथ ही इसे खाने से लू भी नहीं लगती है।
-बासी का सेवन किया जाए तो पथरी की समस्या होने से भी बचा जा सकता है। चेहरे में ताजगी, शरीर में स्फूर्ति रहती है। बासी के साथ माड़ और पानी से मांसपेशियों को पोषण भी मिलता है।
- ये उच्च रक्तचाप नियंत्रित करता है, पाचन क्रिया में मदद मिलती है. गैस या कब्ज की समस्या वाले लोगों के लिए यह फायदेमंद है.
- बासी खाने से मोटापे की समस्या दूर होती है। साथ ही इसके सेवन से अनिद्रा की बीमारी नहीं होती है।
- बोरे बासी में कार्बाेहाइड्रेट, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिंस, मुख्य रूप से विटामिन बी-12, खनिज लवण जैसे पोषक तत्व पाए जाते है।
-ताजे बने चावल (भात) की अपेक्षा इसमें करीब 60 फीसदी कैलोरी ज्यादा होती है।