रायपुर। 'कैप्टन गोगो" यह नाम आम लोगों के लिए भले ही नया हो, लेकिन नशेड़ी लोग इससे भलीभांति परिचित हैं। यह एक प्रकार की खाली सिगरेट (कागज) है। चरस, गांजा, स्मैक जैसा नशा लेने के लिए नशेड़ी इसका उपयोग करते हैं। इसे पान ठेलों में 10 से 15 रुपये में बेचा जा रहा है। सिगरेट के कागज और फिल्टर की जुगत वाले कैप्टन गोगो के जरिए जलाकर अथवा सूंघकर लिए जाने वाले नशे का चलन आम होता जा रहा है। इसकी गिरफ्त में सबसे ज्यादा युवा हैं। चिंता की बात यह है एक साधारण कागज की तरह दिखने वाले पेपर को बच्चों के पास देखने पर अभिभावक भी इसे साधारण पेपर समझ कर अनदेखा कर दे रहे हैं।
नशे के आदी इससे पहले सिगरेट लेकर उसकी तंबाकू निकालकर उसमें अन्य तरह के नशीले पदार्थ मिलाकर सेवन कर रहे थे। दो-ढाई साल पहले ई-कॉमर्स वेबसाइट पर गोगो, ओबीसी और वर्जिन पेपर नाम से कागज की बिक्री शुरू हुई। दिखने में आम महीन कागज को असल में खाली सिगरेट के विकल्प के तौर पर बाजार में उतारा गया है।
पंजाब और मेट्रो सिटी के बाद यहां भी फैला कारोबार
इसकी शुरुआत पंजाब, हरियाणा, पुणे, दिल्ली जैसे शहरों में हुई। अब शहर की पान दुकानों पर आसानी से कम उम्र के बच्चे और युवाओं को इसे बेचा जा रहा है। इसके होलसेलर लंबा मुनाफा कमा रहे हैं। बढ़ती डिमांड से इसकी बिक्री भी तेजी से हो रही है।
मोटा मुनाफा कमा रहे
- महज दो से ढाई रुपए में मिल रहे इस कागज को 10 से 15 रुपये में बेचकर दुकानदार मोटा मुनाफा कमा रहे हैं।
- नए शगल और आकर्षण की वजह से बच्चे भी इसकी गिरफ्त में हैं।
- यह सिर्फ कागज होता है न तंबाकू न नशे की अन्य सामग्री। इसलिए इसका कारोबार करने वाले किसी तरह के कानून से खुद को मुक्त मान रहे हैं।
- राजधानी के पान ठेलों में आसानी से है उपलब्ध
- 15 से 25 साल के युवाओं को ले रहा अपनी चपेट में
- पुलिस-प्रशासन इससे अंजान, बढ़ रहा नशे का कारोबार
- पंजाब, हरियाणा, पुणे, दिल्ली जैसे शहरों में हुई शुरुआत
ऐसे होता है उपयोग
सफेद, भूरे या अन्य रंग के महीन कागज के अंदरूनी सिरे पर गोंद की परत रहती है जो इस हिस्से को लेमिनेशन जैसा कर देती है। साथ में एक मोटे कागज का टुकड़ा दिया जाता है। पतले कागज को रोल कर नीचे मोटा कागज जोड़ दिया जाता है।
इसमें पहले से मौजूद गोंद की वजह से दोनों हिस्से चिपक जाते हैं। नीचे वाला मोटा कागज फिल्टर और धुआं खींचने के नोजल की तरह काम करता है, जबकि ऊपर का हिस्सा खाली सिगरेट की तरह। मेड इन फ्रांस की ओसीबी वर्जिन पेपर पैकिंग भी उपलब्ध है। वर्जिन पेपर 10 से 15 रुपये में बेचा जाता है।
- जिन-जिन पानठेलों में इस तरह का नशे से जुड़ा पदार्थ बेचा जा रहा, उसके लिए सभी थानों को अलर्ट कर कार्रवाई का निर्देश दे दिया गया है। कुछ क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पकड़े जाने पर आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। - प्रफुल्ल ठाकुर, एडिशनल एसपी, सिटी रायपुर