नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, प्रदेश में एक बार फिर मानसून (Monsoon in Chhattisgarh) का प्रभाव नजर आ रहा है। गुरुवार को राज्य के दक्षिणी जिलों में मूसलाधार बारिश की होने की संभावना जतायी जा रही है। साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 24 घंटे में भारी बारिश का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छत्तीसगढ़ रहेगा। बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और कोरबा जैसे जिलों में मूसलधार बारिश की संभावना है। इससे इन क्षेत्रों में निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, मानसून द्रोणिका इस समय फिरोजपुर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक विस्तारित है। इसके साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम मध्य और उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर 3.1 से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक सक्रिय है। इसके प्रभाव से आगामी 24 घंटे में एक निम्न दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों को और बढ़ा सकता है।
दूसरी ओर, अरब सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक फैली एक द्रोणिका भी मौसम में नमी ला रही है। यह द्रोणिका दक्षिण गुजरात, महाराष्ट्र, विदर्भ, तेलंगाना होते हुए उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तक 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है। इस मौसमी सिस्टम की वजह से छत्तीसगढ़ के कई जिलों में वर्षा की संभावना बनी हुई है।
न्यायधानी में बुधवार दोपहर के समय हुई झमाझम वर्षा ने लोगों को उमस से राहत दी, लेकिन यह राहत स्थायी नहीं रही। कुछ देर बाद मौसम फिर से चिपचिपा और भारी हो गया। शाम होते-होते आसमान में काले बादलों की घनघोर मौजूदगी ने फिर वर्षा की उम्मीद जगाई, पर बूंदें नहीं बरसीं। मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा और बिलासपुर समेत अधिकांश इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना बनी हुई है।
बिलासपुर में बीते कुछ दिनों से सामान्य से अधिक वर्षा हो चुकी है, जिससे जमीन में नमी की मात्रा बढ़ी है। हालांकि, उमस अभी भी राहत नहीं दे रही है, जिससे लोग असहज महसूस कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने गरज-चमक और वज्रपात की संभावना को देखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। खुले मैदानों, पेड़ों के नीचे और खुले छतों से दूर रहने की चेतावनी जारी की गई है। बिजली गिरने की आशंका वाले क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।