Chhattisgarh : वन विभाग कैम्पा योजना में इतना बजट कि हर साल करोड़ों नहीं हो पाता खर्च
Chhattisgarh : दस वर्षाें से हर साल औसत 40 करोड़ हो रहा डंप, आंकड़ा हुआ 400 के पार।
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Publish Date: Tue, 26 Feb 2019 07:30:51 PM (IST)
Updated Date: Tue, 26 Feb 2019 07:35:35 PM (IST)

रायपुर। राज्य के कुछ विभागों को पूरे वर्ष जितना बजट नहीं मिलता उतना अकेले वन विभाग में प्रति वर्ष डंप रह जाता है। यह दो वर्ष नहीं पिछले दस वर्षाें से लगभग अनवरत होता आ रहा है।
आलम यह है कि इस वर्ष वन विभाग की कैंपा योजना में वर्ष भर का जितना नियमित बजट है उतना ही पूर्व के वर्षों से डंप पड़ी धनराशि है। विभाग को आगामी वर्ष में नियमित बजट 400 करोड़ के साथ अतिरिक्त डंप धनराशि 400 का भी उपभोग करना है।
वन बाहुल्य राज्य छत्तीसगढ़ में वन विभाग की गति क्या है इसका अंदाज कैंपा योजना में डंप धनराशि बताने के लिए पर्याप्त है। कैंपा योजना में पर्याप्त मात्रा में धन है जिससे वन विभाग की बहुत सी योजनाएं संचालित हैं। राज्य में कैंपा योजना में प्रति वर्ष लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं। कैंपा में पौधरोपण, के कुछ विभागों को पूरे वर्ष जितना बजट नहीं मिलता उतना वन विभाग में हर साल डंप रहता है।
एलीफेंट कारिडोर, वन विभाग के निर्माण कार्य आदि का काम अटका ही रह जाता है। वित्तीय वर्ष 2009 से हर साल करोड़ों की रकम विभाग के कैम्पा योजना की डंप होती चली आ रही है। आलम है कि आज कैंपा में पिछले वित्तीय वर्ष का 400 करोड़ इकठ्ठा हो गया है।
विभाग इस पैसे का उपयोग अब नए प्रोजेक्ट पर करने की रणनीति बना रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में कैंपा का बजट 400 करोड़ का है। पुराने वर्षों का भी इतना ही पैसा डंप है। ऐसे में वित्तीय वर्ष 2029-20 यादि एक अप्रैल से 31 मार्च तक कैंपा योजना में विभाग को 800 करोड़ खर्च करना होगा।
वर्जन--
पुराने वित्तीय वर्ष के बचे धन का नया प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। लगभग दस वर्षों तक धन बचते बचते 400 करोड़ हो गया है। इस वर्ष इस धन को खर्च किया जाएगा।
वी श्रीनिवास राव, कैंपा चीफ