नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर: राज्य में शुक्रवार रात से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी रायपुर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक, हर जगह जलभराव, यातायात बाधित, बिजली गुल और फसलों को भारी नुकसान देखने को मिल रहा है। बारिश की वजह से पिछले 24 घंटे में तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
बता दें कि राजधानी के तीन दर्जन क्षेत्रों में पानी भर गया। इससे आक्रोशित लोगों ने रिंग रोड-एक पर चक्काजाम कर दिया। बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, दुर्ग, राजनांदगांव, बलरामपुर और दंतेवाड़ा जैसे जिलों में खेतों में पानी भरने से फसल को भारी नुकसान हुआ है।
प्रदेश की महानदी, शिवनाथ, हसदेव और खारुन नदी उफान पर हैं। कई छोटे नदी-नाले भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं। पुल-पुलिया बहने से कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार अस्थायी पुल के बह जाने से 40-50 किलोमीटर क्षेत्र के गांव टापू बन गए हैं। राजनादगांव जिले के मोगरा बैराज से 14 हजार क्यूसेक पानी शिवनाथ में छोड़ा गया है l शिवनाथ स्थित महमरा एनीकट के ऊपर करीब पांच फीट पानी बह रहा है।
कुम्हारी स्थित सूरजीडीह नाला में बाढ़ में फंसे तीन मजदूरों को एसडीआरएफ की टीम ने बाहर निकला। मोंगरा बैराज से 20,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण शिवनाथ नदी उफान पर है।
बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में धनोरा और चेरपाल नदी उफान पर हैं। पुलों के ऊपर से पानी बहने के कारण आवागमन ठप हो गया है। तर्रेम-पामेड़ सड़क पर बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) द्वारा बनाया गया अस्थायी पुल बह जाने से तेलंगाना से जुड़ने वाला मार्ग भी बंद हो गया। पुल टूटने से जीड़पल्ली, कवरगट्टा और कोंडापल्ली समेत करीब 12 गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है।
डोंगरगढ़ के घोटिया गांव में कई घरों में पानी भर गया, जहां एक परिवार को ट्रैक्टर पर रात बितानी पड़ी। पुलिस ने उन्हें सुरक्षित निकाला, लेकिन दो मवेशियों की मौत हो गई और एक बह गया।
यह भी पढ़ें: रायपुर में भारी बारिश से कालोनियों में भरा पानी, आक्रोशित लोग मुंबई-हावड़ा हाईवे पर उतरे, दो किलोमीटर लंबा जाम
प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश बलरामपुर के कुसमी में हुई है। यहां 200 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। रायपुर शहर में भी 130 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
बिलासपुर में निचले इलाकों में पानी भर गया। हालात इतने गंभीर हैं कि व्यापम परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर संजय अग्रवाल को सिरगिट्टी स्कूल तक पानी में चलकर जाना पड़ा।