
रायपुर। Raipur News विगत तीन वर्षों से यात्री ट्रेनों को लगातार रद किए जाने के विरोध में बुधवार 13 सितंबर को कांग्रेस ने पूरे छत्तीसगढ़ में रेल रोको आंदोलन चलाया। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़, जगदलपुर, महासमुंद, राजनांदगांव सहित सभी जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता पटरी पर उतरकर विरोध जताया। रायपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता पटरी पर ही लेट गए थे। इस दौरान सुरक्षा बलों के जवानों के साथ कार्यकर्ताओं की झड़प हुई। रेलवे ने प्रदर्शन को देखते हुए कुछ ट्रेनों को स्टेशन से पहले ही रोक दिया था।
रेल रोको प्रदर्शन से दस ट्रेनें प्रभावित हुई। करगी रोड से तीन ट्रेनें 22 से 40 मिनट, भानुप्रतापपुर में एक ट्रेन पांच मिनट, बिल्हा में एक ट्रेन चार मिनट, दुर्ग में एक ट्रेन चार मिनट, रायगढ में एक ट्रेन 19 मिनट, बिलासपुर में 19 मिनट और रायपुर में दो ट्रेनें 19 मिनट देर स्टेशन से रवाना हुईं। प्रदेश के किसी भी जिले में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रेलमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें कहा गया है कि पिछले तीन वर्षों से देश की रेल सुविधाएं पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। कांग्रेस ने यात्री ट्रेनों के नियमित संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करने, विकलांग, बुजुर्ग, रिटायर्ड, सैनिकों, छात्रों, बच्चों को पूर्व मे मिलने वाली रियायतें बहाल करने तथा रेलवे के निजीकरण के षड्यंत्र पर तत्काल बिराम लगाने की मांग किया गया है।
आरोप-प्रत्यारोप
भाजपा सांसद सुनील सोनी का कहना है कि कांग्रेस ही रेल रोककर जनता को परेशान कर सकती है। जो सिटी बसें नहीं चला पा रहे हैं, वे रेल के लिए आंदोलन कर रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से रेलवे के विकास, विस्तार और सुरक्षा के लिए लगातार काम किया जा रहा है।
कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यात्री ट्रेनों के संचालन मे लगातार कोताही बरती जा रही। मालवाहक गाड़ियों को ज्यादा प्राथमिकता देकर षड़यंत्र किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा रेलवे को निजी हाथों में दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है, जो लोगों के साथ धोखा है। कांग्रेस इसका विरोध करेगी।