रायपुर।Chhattisgarh News: राज्य केबिनेट की एक महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर आयोजित की गई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। कोरोना संकट काल के दौरान हुई इस बैठक में अब भी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा चल रही है। बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि स्वाध्याय शिक्षण परिषर नालंदा परिषर का नाम अब डॉ. महादेव प्रसाद पाण्डेय शिक्षण परिषर होगा। पद्मश्री डाॅ महादेव प्रसाद राज्य के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। अब उन्हीं के नाम पर इस शिक्षण परिषर को पहचाना जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पद्मश्री अलंकार से विभूषित छत्तीसगढ़ महतारी के लाडले सपूत स्वर्गीय डॉ. महादेव प्रसाद पाण्डेय की स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने के उद्देश्य से रायपुर स्थित नालंदा परिसर का नामकरण डॉ. पाण्डेय के नाम पर करने के साथ ही आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर रायपुर में उनकी प्रतिमा लगाए जाने की स्वीकृति दी है।
मुख्यमंत्री बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. महादेव प्रसाद पाण्डेय के स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका तथा जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने रखने के लिए नालंदा परिसर का नाम उनके नाम पर करने तथा आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर में प्रतिमा स्थापित किए जाने की स्वीकृति दी है।
इसके अलावा बैठक में अभी अन्य कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा जारी है। कैबिनेट बैठक के बाद राज्य सरकार की ओर से इससे संबंधित जानकारी प्रेस नोट के माध्यम से साझा की जाएगी। कोविड 19 गाइडलाइन के आधार पर बैठक के बाद होने वाली प्रेस वार्ता को स्थगित किया गया है।
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