छत्तीसगढ़ : हाथी को तीन मिनट में बेहोश करने वाली साउथ अफ्रीकी दवा खरीद को मिली अनुमति
नौ लाख रुपये में साउथ अफ्रीका से आएगी दवा, छत्तीसगढ़ प्रदेश में हो रहे हाथी मानव द्वंद्व में आएगी कमी।
By Kadir Khan
Edited By: Kadir Khan
Publish Date: Tue, 18 Jan 2022 08:05:00 AM (IST)
Updated Date: Tue, 18 Jan 2022 08:05:34 AM (IST)

रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। छत्तीसगढ़ में हाथियों को बेहोश करने के लिए वन विभाग को अब मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने वन विभाग को दक्षिण अफ्रीका से इटारफीन, थायानील और एक्टीओन इंजेक्शन खरीदने की अनुमति दी है। इसकी खरीद में नौ लाख रुपये का खर्च आएगा। इस इंजेक्शन के लगाने से हाथी तीन मिनट के अंदर बेहोश हो जाएगा, जिससे विभाग आसानी से कालर आइडी लगा सकेगा।
सैटेलाइट कालर आइडी लगने से हाथियों के पल-पल की गतिविधि की जानकारी मिल सकेगी और हाथी मानव द्वंद्व में कमी लाने में सफलता मिलेगी। वर्तमान में कालर आइडी लगाने के लिए हाथियों को बेहोश करने में जलाजीन और कीटामीन दवा का उपयोग किया जाता है। इससे हाथियों के बेहोश करने में 20 से 25 मिनट का समय लगता है। तेजी से बेहोश होने वाले इंजेक्शन की आवश्यकता इसलिए पड रही है, क्योंकि दवा का असर देर से होने अक्सर हाथी पहुंच से दूर चले हैं।
ज्ञात हो कि प्रदेश में जंगली हाथियों का उत्पात दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। हाथियों का झुंड फसलों और लोगों पर जान लेवा हमला करते रहते हैं। जंगली हाथियों पर अंकुश लगाने के लिए वन विभाग द्वारा अब तक एक दर्जन से अधिक योजनाएं शुरू की लेकिन धरातल पर एक भी योजना उतर नहीं पाई इसलिए हाथियों पर अंकुश लगान के लिए वन विभाग साउथ अफ्रीका से इटारफीन, थायानील और एक्टीओन इंजेक्शन नामक इंजेक्शन खरीदने की योजना बना रहा है। इससे हाथियों को आसानी से बेहोश किया जा सकेगा। हाथी के बेहोश होने पर आसानी से उसे सैटेलाइट कालर आइडी लगाई जा सकेगी।
तीन मिनट में हाथी होगा बेहोश
वर्तमान में हाथियों को बेहोश करने के लिए वन विभाग द्वारा जलाजीन और कीटामीन नामक इंजेक्शन का उपयोग करते हैं। एक हाथी को बेहोश करने के लिए 10 से 12 एमएल देना पड़ता है। इस इंजेक्शन के लगाने के बाद तकरीबन 25 से 30 मिनट के बाद हाथी बेहोश होना शुरू करता है। इंजेक्शन लगने के बाद बेहोशी के लिए 30 मिनट का अंतराल होने की वजह से कभी- कभी तो हाथी भाग भी जाता है। इसलिए विभाग अब साउथ अफ्रीका से इंजेक्शन मंगवा रहा है जिससे इंजेक्शन लगते ही हाथी तीन मिनट के अंदर बेहोश हो जाएगा।
जानिए कहां नहीं लगा सकेंगे इंजेक्शन
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि साउथ अफ्रीका से आने वाली दवा एक हाथी को सिर्फ दो एमएल लगाना पड़ेगा। इस इंजेक्शन का उपयोग पहाड़ी और पानी के पास हाथी पर नहीं किया जाएगा। क्योंकि इन दोनों जगहों पर हाथी की जान का खतरा हो सकता है। वहीं हाथी को होश में लाने के लिए विभाग एटीडोढ़ भी मंगा रहा है। इंटीडोढ़ इंजेक्शन लगते ही दो मिनट के अंदर हाथी खड़ा हो जाएगा।
दवा खरीदी प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
हाथियों को बेहोश करने के लिए साउथ अफ्रीका से दवा खरीदी के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया से अनुमति मांगी गई थी। दवा खरीदने के लिए अनुमति मिल गई है, जल्द दवा खरीदी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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