रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
सैकड़ों साल पुराने ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब में स्थापित स्वामी विवेकानंद की 35 फुट ऊंची प्रतिमा के बाद अब राजधानी में छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची लगभग 51 फीट की भगवान शंकर की प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है। इसे भविष्य में बाबा बैजनाथ के नाम से जाना जाएगा। पूर्णतः सीमेंट, रेत और बजरी गिट्टी (बारीक पत्थर) से बन रही प्रतिमा आकर्षण का केन्द्र रहेगी। प्रतिमा के दर्शन करने के साथ ही भक्तगण मनमोहक गार्डन में स्वच्छ हवा और हरियाली का आनंद ले सकेंगे।
सुभाष स्टेडियम के चलते हटाया गया था मंदिर
बाबा बैजनाथ धाम समिति के सदस्य पार्षद श्याम चावला बताते हैं कि बाबा बैजनाथ की छोटी सी प्रतिमा पहले नलघर चौक के समीप मंदिर में प्रतिष्ठापित थी। पुराने सुभाष स्टेडियम को तोड़कर उसका सौंदर्यीकरण करके जब आधुनिक स्टेडियम के रूप में तब्दील किया, तब मंदिर को भी हटा दिया गया। तत्कालीन नगर निगम आयुक्त ने मंदिर की प्रतिमा शिफ्ट करने के लिए प्रेस क्लब के बगल में निर्मित टंकी के सामने खाली पड़ी जमीन को देने की घोषणा की। उसी जगह पर मंदिर को शिफ्ट करके राम दरबार की स्थापना करके दो साल से पूजा-अर्चना की जा रही है। भोलेनाथ के भक्तों ने मिलकर तय किया कि बाबा बैजनाथ की भव्य प्रतिमा बनाई जाए, ताकि प्रदेश भर के भक्त दर्शन करने का लाभ ले सकें। दानदाताओं ने भी पूरा सहयोग किया और मंदिर का निर्माण तीव्र गति से शुरू हो चुका है। अगले चार महीने में प्रतिमा का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
साढ़े छह लाख रुपये अनुमानित लागत
बाबा बैजनाथ समिति एवं हिन्दू स्वाभिमान संगठन के नेतृत्व में समाजसेवी शिव ठाकुर, श्याम चावला, रमेश मिरघानी, अनुरोध शर्मा, रोहित नायक, राहुल चंदानी समेत अन्य दानदाताओं के सहयोग से प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है। लगभग साढ़े छह लाख रुपए की लागत से प्रतिमा बनेगी। इसके अलावा पूर्व धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं महापौर प्रमोद दुबे ने मंदिर के सामने बनने वाले गार्डन के सौंदर्यीकरण करवाने में सहयोग किया है।
आंधी, बारिश, तूफान से सुरक्षित रहेगी विशाल प्रतिमा
मंदिर का निर्माण कर रहे ग्राम सिंघौला राजनांदगांव के कलाकार रामकृष्ण साहू बताते हैं कि 51 फुट ऊंची प्रतिमा को लोहे की छड़ के सहारे मजबूती दी गई है। जमीन से भीतर 12 फुट तक प्रतिमा को खड़ा करने बेस बनाया गया है। इससे यह तेज आंधी, तूफान में भी सुरक्षित रहेगी। प्रतिमा पर वॉटर प्रूफ का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि बारिश से प्रतिमा खराब न हो।
प्रतिमा की फैक्ट फाइल
0 51 फुट ऊंची
0 200 बोरी सीमेंट
0 दो टन लोहा
0 6.50 लाख रुपए लागत
0 वॉटर प्रूफ
0 भूकंप रोधी, आंधी, तूफान से बचाव