रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)।
रायपुर स्थित रेलवे आरक्षण केंद्र में टिकट दलाली के मामले में मंगलवार को आरपीएफ टीम की गिरफ्त में आए चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर सुदीप्तो हाजरा को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। वही केंद्र के इंचार्ज शरद जोशी का तबादला कर दिया गया, जबकि महिला क्लर्क की भूमिका की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह साफ हुआ है कि टिकट दलाली के इस खेल में कई और कर्मचारी भी शामिल हैं। लिहाजा आने वाले समय बड़ी कार्रवाई होने के संकेत आरपीएफ के अफसरों ने दिए हैं। इधर गिरफ्तार किए गए चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर समेत सातों अरोपितों को स्थानीय आरपीएफ पोस्ट से ही जमानत मुचलके पर छोड़ दिया गया।
रेल मंडल से मिली जानकारी के अनुसार टिकट दलालों का अड्डा बन चुके रायपुर आरक्षण केंद्र में लंबे समय से यह शिकायत मिल रही थी सुदीप्तो हाजरा शहर के टिकट दलालों के संपर्क में हैं। सीनियर डीसीएम डा. विपिन वैष्णव का कहना है कि दलालों के संपर्क में रहने वाले सभी कामर्शियल स्टाफ की जांच होगी। जांच में दोषी पाए जाने वाले किसी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
रायपुर आरक्षण केंद्र में दलालों के साथ मिलीभगत की शिकायत आरपीएफ आइजी तक पहुंची थी। आइजी ने स्थानीय आरपीएफ टीम की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए रायपुर के बजाय बिलासपुर से क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच (सीआइबी) की विशेष टीम को भेजकर छापा मारने के निर्देश दिए थे। इसके बाद टीम ने सोमवार देर रात को आरक्षण केंद्र में दबिश देकर सुदीप्तो हाजरा समेत टिकट दलाल सुशील पटेल, दीपक नामदेव, मोहम्मद शिबू, संजीव पांडेय, नसीम खान और पुरुषोत्तम बंदे को गिरफ्तार किया। छन्नाूलाल सेन और अमित कुमार फरार हो गए। दोनों की तलाश की जा रही है।
महिला क्लर्क की भूमिका की जांच
जांच में पता चला कि सुदीप्तो हाजरा महिला क्लर्क की जगह बैठकर अक्सर दलालों के लिए टिकट बनाता आ रहा था। अब आरपीएफ महिला क्लर्क की भूमिका की भी जांच कर रही है। जल्द ही केंद्र में पदस्थ कई और लोगों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।