रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रायपुर-विशाखापट्टनम मार्ग की कचना रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज निर्माण का रास्ता साफ हो गया है, क्योंकि पीडब्ल्यूडी और बिजली विभाग की लाइन शिफ्ट करने के लिए सहमति बन गई है। बिजली विभाग लाइन शिफ्टिंग का काम शुरू करेगा। वहीं दूसरी तरफ लोकनिर्माण विभाग ने ओवरब्रिज के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। कचना रेलवे लाइन के आसपास रहने वालों को अब रेलवे क्रासिंग पर जाम से छुटकारा मिलेगा। पीडब्ल्यूडी का कहना है कि टेंडर के लिए फाइल बढ़ा दी गई है।
ज्ञात हो कि कचना रेलवे क्रासिंग पर शासन ने 49 करोड़ रुपये की लागत से 871 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा ओवरब्रिज का निर्माण करना है। ओवरब्रिज के लिए रेलवे लाइन पर 112 मीटर बिजली के तार को शिफ्ट करना पड़ेगा। शिफ्टिंग के लिए बिजली विभाग ने चार करोड़ 80 लाख रुपये की मांग की थी। लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों के कान खड़े हो गए थे। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को दोबारा सर्वे कर स्टीमेट बनाने के लिए पत्र लिखा था। बिजली विभाग ने सर्वे कर राशि को कम कर दिया है। इसके बाद प्रक्रिया तेजी से शुरू हो गई है।
रेलवे क्रासिंग पर लगता है जाम
- कचना हाउसिंग बोर्ड के निवासी बृजेश कुमार ने बताया कि खम्हारडीह रेलवे क्रासिंग के कारण वहां से गुजरने वाले हर व्यक्ति का रोजाना 10-15 मिनट खराब हो रहा है। यही नहीं, क्रासिंग के कारण वाहनों के भी सात से 10 फीसद तक ज्यादा ईंधन जला रहे हैं। ओवरब्रिज के निर्माण से लोगों को राहत मिलेगी।
- भावना नगर निवासी कृष्णकुमार ने बताया कि कचना रेलवे क्रासिंग से यात्री गाड़ियों के साथ ही बड़ी संख्या में लगभग 150-170 मालगाड़ियां भी गुजरती हैं। यहां पर हर 15 मिनट में फाटक को बंद करना पड़ता है। कई बार जंबो मालगाड़ी होने से क्रासिंग का गेट काफी देर तक बंद रहता है। इसके कारण अक्सर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। इस कारण अक्सर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इतनी आबादी को मिलती राहत
अगर ओवरब्रिज बन जाएगा तो खम्हारडीह, कचना के आसपास के इलाके जैसे वीआइपी स्टेट, अशोका रतन, कचना हाउसिंग बोर्ड, पिरदा बाराडेरा, जोरा, चंडीनगर, पार्वती नगर और भावना नगर की बड़ी आबादी को सीधे फायदा मिलेगा। ओवरब्रिज के निर्माण से करीब तीन से चार वार्डों के करीब ढाई लाख लोग इस ओवरब्रिज से सीधे जुड़ जाएंगे।
रायपुर के अधीक्षण अभियंता एसएस मांझी ने कहा, कचना रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज के निर्माण के लिए बिजली को शिफ्ट करने को लेकर सहमति बन गई है। ओवरब्रिज निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है।
फैक्ट फाइल
- वाल्टेयर लाइन से परेशान शहर
- रोजाना क्रासिंग से गुजरने वाली ट्रेनें-150-170
- कितने वार्ड प्रभावित- 3 बड़े वार्ड
- प्रभावित कुल आबादी- तीन लाख
- ओवरब्रिज का निर्माण 49 करोड़ रुपये की लागत से