रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी ने भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा हिंदुओ को अपने घरों में तेज धारदार चाकू तैयार रखने की बयानबाजी को भड़काऊ और वर्ग विशेष को उत्तेजित करने वाला बताया है।
रिजवी ने कहा है कि जहां तक आत्मसुरक्षा के अधिकार की बात है तो देश के संविधान और विधान दोनों में इस अधिकार के बारे में समान सोच व पैमाना होना चाहिए। वर्ग विशेष के बारे में प्रज्ञा ठाकुर का कथन और मानसिकता सही नहीं है। प्रज्ञा ठाकुर को देश के सभी वर्ग और जाति के लोगों को यह समझाना चाहिए था।
रिजवी ने कहा है कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को चुपके से भोपाल संसदीय क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया था। उस चुनाव में भी प्रचार के दौरान प्रज्ञा द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड़से को देशभक्त बताया था। किसी अज्ञात कारणवश निर्वाचन आयोग ने प्रज्ञा के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की थी, जो आयोग को कठघरे में खड़ा करने के लिए पर्याप्त था। निर्वाचन आयोग को चुनाव के दौरान अमर्यादित और देशद्रोही कथनों पर कड़े नियम आचार संहिता में बनाने चाहिए।
दरअसल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर उस वक्त सुर्खियों में आ गईं जब उन्होंने हिंदू जागरण वैदिके के दक्षिण क्षेत्र के वार्षिक सम्मेलन में एक विवादित बयान दे दिया। सम्मेलन में बोलते हुए प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, सभी को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, इसलिए समुदाय के लोग कम से कम अपने घरों में चाकुओं को तेज रखें।
उन्होंने कहा, 'लव जिहाद, उनके पास जिहाद की परंपरा है। अगर कुछ नहीं करते हैं तो लव जिहाद करते हैं। अगर वे प्यार भी करते हैं तो उसमें जिहाद करते हैं। हम (हिंदू) भी प्यार करते हैं, भगवान से प्यार करते हैं, एक संन्यासी अपने भगवान से प्यार करता है।'