रायपुर (आकाश शुक्ला)। Corruption in Ayushman State Nodal Agency: आयुष्मान राज्य नोडल एजेंसी में एक बार फिर भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है। एजेंसी द्वारा 275 मरीजों की फर्जी स्पाइन सर्जरी करने वाले होपवेल अस्पताल को जांच के बीच ही 11 लाख रुपये से अधिक का भुगतान कर दिया गया था। नेशनल हेल्थ एजेंसी की आपत्ति के बाद फर्जी मामले की पोल खुली। आयुष्मान नोडल एजेंसी के भ्रष्टाचार पर आइएमए ने की कार्रवाई की मांग है।
सूचना के अधिकार के तहत आयुष्मान के राज्य नोडल अधिकारी डा. श्रीकांत राजिमवाले ने जानकारी दी है कि वर्ष-2019 से 2020 के बीच राजधानी के होपवेल अस्पताल को 18 क्लेम के विरुद्ध 11 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया गया, जबकि इस बीच सर्जरी के फर्जीवाड़े पर नेशनल हेल्थ एजेंसी ने आपत्ति जताई थी और फर्जीवाड़े को लेकर केंद्र के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच बैठा दी थी। इसके बाद होपवेल अस्पताल में राज्य नोडल की तरफ से टीम भेजकर जांच कराई गई। मामले की जांच में पता चला कि मरीजों को स्पाइन सर्जरी की आवश्यकता ही नहीं थी। गंभीर मामले में जांच के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया। बता दें कि होपवेल अस्पताल ने कई मरीजों को पीठ दर्द बताकर स्पाइन सर्जरी कर डाली थी।
दो करोड़ का क्लेम, 35 लाख वसूली अटकी
विभागीय जानकारी के अनुसार होपवेल अस्पताल द्वारा अस्पताल शुरू होने के बाद से फर्जीवाड़े का राजफाश होने के बीच सर्जरी व इलाज के नाम पर दो करोड़ रुपये से अधिक का क्लेम किया गया था। जांच के बाद विभाग के बीच आयुष्मान राज्य नोडल एजेंसी ने 35 लाख रुपये वसूली के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन अस्पताल से रिकवरी नहीं की जा सकी है।
आइएमए ने लगाया गंभीर आरोप
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन छत्तीसगढ़ इकाई के पूर्व अध्यक्ष डा. महेश सिन्हा ने कहा कि मरीजों की फर्जी तरीके से स्पाइन सर्जरी की जाती रही और राज्य नोडल कार्यालय क्लेम को स्वीकृति देते रहे। सेंट्रल एजेंसी की आपत्ति के बाद कार्रवाई शुरू की गई। जांच के बीच भी भुगतान कर दिया गया। इससे साफ है कि विभाग की नीयत सही नहीं थी। साठगांठ और कमीशनखोरी की आशंका है। इसकी जांच होनी चाहिए।
नंबर गेम
1.60 करोड़ से अधिक कार्ड बने हैं राज्य में
11 लाख लोगों का बीमा योजना से इलाज
2000 से अधिक स्पाइन सर्जरी बीमा योजना के तहत
फर्जी तरीके से स्पाइन सर्जरी करने वाले अस्पताल को जांच के बीच ही भुगतान किया गया, जो सही नहीं है। भ्रष्टाचार के इस खेल में राज्य नोडल अधिकारी की संलिप्ता के बिना यह संभव नहीं है। भ्रष्टाचार को संरक्षण देने के बजाय स्वास्थ्य विभाग को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
-डा. राकेश गुप्ता, अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ
कांग्रेस शासन में जो राजनीतिक द्वंद्व चल रहा है। इसका फायदा भ्रष्ट अधिकारी उठा रहे हैं। शासन का इन पर कोई लगाम नहीं है। कारण यही है कि लगातार अनियमितता आ रही है। बेलगाम स्वास्थ्य विभाग में जिम्मेदार को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।
-डा. विमल चोपड़ा, प्रदेश संयोजक, भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ
राज्य नोडल कार्यालय द्वारा जारी की गई राशि
राशि की स्वीकृत तिथि- राशि मिली
15-07-2019 - 13,9050
16-07-2019 - 81,000
17-07-2019 - 81,000
18-07-2019 - 36,000
22-07-2019 - 36,000
25-07-2019 - 81,000
26-07-2019 - 36,000
29-07-2019 - 36,000
05-08-2019 - 36,000
07-08-2019 - 81,000
08-08-2019 - 81,000
09-08-2019 - 36,000
13-08-2019 - 81,000
19-08-2019 - 36,000
21-08-2019 - 72,000
22-08-2019 - 36,000
14-01-2020 - 81,000
07-07-2020 - 36,000
कुल - 11,02,05