रायपुर। छत्तीसगढ़ को कृषि और उद्योग सेक्टर मेंक्यूबा और वियतनाम मदद करने को इच्छुक हैं। राज्य के दौरे पर आए दोनों देशों के राजदूतों ने राज्य के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में इसकी संभावनाओं पर चर्चा की। इस दौरान कृषि और उद्योग के क्षेत्र में तकनीकी हस्तांतरण सहित अन्य विभिन्न् संभावनाओं पर विचार- विमर्श किया गया।
छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा में क्यूबा के राजदूत आस्कर जे. मार्टिनर कार्डोस ने क्यूबा में कृषि, पशुपालन, जैविक खेती और औद्योगिक क्षेत्र में हुई प्रगति के बारे में बताया। चर्चा के दौरान अनेक ऐसे क्षेत्र जिनमें क्यूबा से जैविक खेती, कृषि कार्यों में पशुओं का उपयोग एवं औद्योगिक क्षेत्र में हुई प्रगति के आधार पर तकनीकी हस्तांतरण की संभावनाओं पर विचार-विर्मश किया।
वियतनाम के पूर्व राजदूत ग्यूयेनवान ह्यून से वहां के कृषि उद्यानिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, मछलीपालन निर्यात, उद्योग, रोजगार के अवसर आदि पर चर्चा की गई। इस दौरान वियतनाम और छत्तीसगढ़ राज्य के साथ सहयोग की संभावनाओं वाले क्षेत्रों पर भी विचार-विर्मश किया गया।
ह्यून ने छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए वियतनाम आमंत्रित किया। उन्होंने बौद्ध धर्म से संबंधित पर्यटन स्थलों की जानकारी देते हुए और पर्यटन उद्योग से होने वाले आर्थिक लाभ के बारे में विस्तार से बताया।
प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें छत्तीसगढ़ के बौद्ध धर्म के पर्यटन स्थल की जानकारी देते हुए इस क्षेत्र में सहयोग के लिए नई संभावनाओं पर चर्चा की। राज्य के प्रतिनिधिमंडल में मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, योजना आयोग के सदस्य के. सुब्रमण्यम, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटिल और राज्य के प्रगतिशील कृषक एवं समाजसेवी शामिल थे।