दिगंबर मुनि आचार्य विशुद्ध सागर महाराज का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश, 21 शिष्यों के साथ पहली बार पहुंचे रायपुर
दिगंबर जैन मुनि आचार्य विशुद्ध सागर महाराज पहली बार अपने 21 शिष्यों के साथ राजधानी में चातुर्मासिक प्रवचन देने पधारे हैं।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Mon, 11 Jul 2022 08:43:35 AM (IST)
Updated Date: Mon, 11 Jul 2022 08:43:35 AM (IST)

रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। दिगंबर जैन मुनि आचार्य विशुद्ध सागर महाराज पहली बार अपने 21 शिष्यों के साथ राजधानी में चातुर्मासिक प्रवचन देने पधारे हैं। दुर्गा मंंदिर भवन खमतराई पुलिस थाना के समीप संतों की अगवानी में दिगंबर समाज के लोग उमड़ पड़े। श्री खंडेलवाल दिगंबर जैन मंदिर सन्मति नगर फाफाडीड के नेतृत्व में निकाली गई शोभायात्रा दिगंबर जैन खंडेलवाल मंदिर फाफाडीह पहुंची।
सुसज्जित ऊंट-घोड़े, बग्घी के साथ निकाली गई यात्रा में जगह-जगह बनाई गई रंगोली आकर्षण का केंद्र रही। दिगंबर जैन समाज के बालिका मंडल, बहु मंडल और महिला मंडल ने स्वागत किया। इसमें लेजियम नृत्य, चंवर, डांडिया, रिबन, अमरेला, चाइनीज फेन थीम, मंजीरा ग्रुप, दीपक ग्रुप, रूमाल ग्रुप ने अलग-अलग थीम में स्वागत किया।
सकल दिगंबर जैन समाज की ओर से चर्या शिरोमणी आचार्य विशुद्ध सागर एवं 21 अन्य मुनियों का जगह-जगह पाद प्रक्षालन कर आशीर्वाद लिया। आचार्य श्री का भव्य पादप्रक्षालन पांडुशिला पर श्रद्धालुओं की ओर से गुरुभक्त सुधीर, रितेश, मितेश, अरिहंत बाकलीवाल परिवार ने किया। इसके बाद आचार्य श्री ने ससंघ मंदिर में प्रवेश कर दर्शन किए। चातुर्मास को संपन्ना होने के लिए श्री अरिहंत प्रभु के चरणों में श्रीफल भेंटकर प्रार्थना की गई।
12 को कलश स्थापना
12 जुलाई को दोपहर एक बजे से मंदिर में चातुर्मास कलश की स्थापना की जाएगी। इसमें देश भर से हजारों भक्त शामिल होंगे। 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के विभिन्ना धार्मिक कार्यक्रम होंगे। 14 जुलाई को वीर शासन जयंती मनाई जाएगी। इसके बाद प्रतिदिन सुबह 8.30 बजे से श्रमण सुतं और दोपहर 3.30 बजे से परमात्म प्रकाश पर प्रवचन होंगे।