रायपुर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी की सरनेम (उपनाम) को लेकर मंत्री जयसिंह अग्रवाल के बयान पर बवाल मच गया है। जयसिंह ने एक बयान में कहा कि अध्यक्ष की कोई चलने वाली नहीं है। इस पर भाजपा ने जयसिंह को आदिवासी विरोधी करार दिया और उनके खिलाफ प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी दी है।
भाजपा अजजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद रामविचार नेताम ने प्रदेश सरकार के मंत्री द्वारा उसेंडी के प्रति की गई अमर्यादित टिप्पणी पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने इसे कांग्रेस के आदिवासी-विरोधी चरित्र का परिचायक बताया है।
सत्तावादी अहंकार का परिचायक
नेताम ने कहा कि प्रदेश के मंत्री जयसिंह द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष उसेंडी के सरनेम को लेकर खिल्ली उड़ाना कांग्रेस में पनपते सत्तावादी अहंकार का परिचायक है। जिस कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुर्दांत आतंकवादी मसूद अजहर को जी कहकर संबोधित करके अपनी पार्टी के राष्ट्रीय चरित्र का परिचय दिया हो।
जिस पार्टी के नेताओं ने ओसामा बिन लादेन को जी तथा हाफिज सईद को साहब कहकर संबोधित करके कृतघ्नता की पराकाष्ठा की हो। उस पार्टी के एक मंत्री का भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के उपनाम को बिगाड़ कर उन्हें और समूचे आदिवासी अस्मिता को लांछित करना यह दर्शाता है कि कांग्रेस सत्ता के अहंकार में चूर है।
उसेंडी नहीं, समूचे आदिवासी समाज का अपमान
नेताम ने कहा है कि प्रदेश के मंत्री का यह आचरण निंदनीय है। इस बात का परिचायक है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री गाहे-बगाहे जिस तरह अशिष्ट भाषा का प्रयोग अपने राजनीतिक विरोधियों के लिए करते देखे-सुने और पढ़े जा रहे हैं, उनके मंत्री उन्हीं से इस तरह के दुस्साहस की सीख ले रहे हैं। राजनीतिक मतभेदों के बावजूद सत्ता पक्ष को विपक्ष का सम्मान करना आना चाहिए। लेकिन इ