Energy Drinks: एनर्जी ड्रिंक से बढ़ जाता है कैंसर का खतरा, अगर आप भी पीते हैं तो जान लीजिए ये जरूरी बातें
Energy Drink: गर्मी बढ़ते ही एनर्जी ड्रिंक की खपत एकाएक बढ़ गई है। एनर्जी ड्रिंक की जांच में हानिकारक कैमिकल पाए गए हैं।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Mon, 27 Mar 2023 03:53:05 PM (IST)
Updated Date: Mon, 27 Mar 2023 03:53:05 PM (IST)

रायपुर। Energy Drink: गर्मी बढ़ते ही राजधानी सहित प्रदेशभर में साफ्टड्रिंक और एनर्जी ड्रिंक की खपत एकाएक बढ़ गई है। इसी बीच एक एनर्जी ड्रिंक की जांच में पानी और हानिकारक कैमिकल पाए गए हैं। नईदुनिया ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा पिछले दिनों की गई सैंपलिंग की जांच रिपोर्ट के बारे में जानकारी जुटाई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
स्प्रिंग नामक एनर्जी ड्रिंक में पानी और सिंथेटिक रंग मिलाकर बेचने की पुष्टि खाद्य एवं औषधि प्रशासन लैब की जांच रिपोर्ट में हुई है। इसमें मिलाए जाने वाले रंग में कैमिकल की मात्रा भी पाई गई है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ऐसे में खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने राजधानी सहित सभी जिलों में इसकी जांच करने के निर्देश संबंधित खाद्य सुरक्षा अधिकारियों (एफएसओ) को दिए हैं, ताकि प्रदेश स्तर पर समग्र रूप से बड़ी कार्रवाई की जाए।
ये हानिकारक तत्व पाए गए
सिंथेटिक रंग में कार्सिनोजन
पेय पदार्थ में मिलाए जाने वाले सिंथेटिक रंग में कार्सिनोजन नामक तत्व पाया गया है। यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसके निरंतर सेवन से लोगों को कैंसर सहित अन्य कई प्रकार की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। गर्मी के मौसम को देखते हुए बड़े पैमाने पर इसकी खेप दुकानों में पहुंचाई गई है।
रंग और पानी से तैयार किए ड्रिंक
एनर्जी ड्रिंक के नाम पर लोगों को एक तरह से शरबत ही परोसा जा रहा है। विभागीय जांच में सामने आया है कि इसमें सिंथेटिक रंग का उपयोग किया गया है। इससे एनर्जी तो नहीं आ सकती, हां प्यास जरूर बुझ सकती है। इसके अलावा इसमें और किसी भी प्रकार का लाभदायक तत्व नहीं पाया गया है।
आर्टिफिशियल रंग होता है हानिकारक
खाद्य एवं औषधि प्रशासन की लैब में की गई जांच की रिपोर्ट बताती है कि पेय पदार्थ में आर्टिफिशियल रंग भी पाया गया है। इसका लंबे समय तक उपयोग कई प्रकार की बीमारियों को जन्म दे सकता है। कार्सिनोजन से कोशिकाओं को नुकसान होता है और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक केडी कुंजाम ने कहा, एनर्जी और साफ्टड्रिंक के सैंपल पिछले दिनों लिए गए थे। इनमें कैमिकल होने की पुष्टि हुई है। संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा अन्य जिलों के एफएसओ को भी सैंपल लेकर जांच करवाने के लिए निर्देशित किया गया है।