नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। राजधानी रायपुर के मंदिर हसौद थाना क्षेत्र में 17 साल के युवक की हत्या कर दी गई। 17 वर्षीय युवक सिद्धार्थ भतपहरी की इंजीनियरिंग के छात्र तरुण शुक्ला ने मामूली झगड़े में मिले एक थप्पड़ का बदला लेने के लिए आरोपित ने अपने साथियों के साथ साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया। हत्या के बाद पहचान छिपाने के लिए शव को पेट्रोल डालकर जला दिया गया। पुलिस ने मुख्य आरोपित तरुण शुक्ला सहित दो को हिरासत में लिया है।
पुलिस के अनुसार, सिद्धार्थ भतपहरी और आरोपी तरुण शुक्ला के बीच 2 अक्टूबर को किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी दौरान सिद्धार्थ ने तरुण को एक थप्पड़ मार दिया था। इससे आहत होकर तरुण ने सिद्धार्थ से बदला लेने की ठान ली। पांच अक्टूबर को उसने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर सिद्धार्थ को शराब पीने के बहाने बुलाया। सभी जिंदल स्टील प्लांट के पीछे जंगल की ओर गए। शराब पीने के बाद तरुण ने पुराने विवाद को लेकर झगड़ा शुरू कर दिया।
झगड़े के दौरान तरुण ने बियर की बोतल उठाकर सिद्धार्थ के सिर पर कई बार वार किया। इसके बाद उसी बोतल से गले पर हमला किया और जब वह गिर पड़ा, तो पास पड़े पत्थर से सिर कुचल दिया। सिद्धार्थ की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपित घटनास्थल से फरार हो गए।
हत्या के बाद तरुण को डर था कि शव से उसकी पहचान हो जाएगी। इसलिए उसने रात करीब 6 बजे पेट्रोल पंप से तेल खरीदा और दोबारा रात लगभग 9 बजे घटनास्थल पहुंचा। वहां शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और मौके से भाग निकला।
अगले दिन सुबह जंगल के रास्ते से गुजर रहे लोगों ने किसी युवक की अधजली लाश देखकर पुलिस को सूचना दी। 112 की टीम मौके पर पहुंची। मंदिर हसौद थाना पुलिस ने शव की पहचान और जांच शुरू की। फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया।
पुलिस को जांच में पता चला कि सिद्धार्थ को आखिरी बार शराब दुकान के पास तरुण के साथ देखा गया था। जब पुलिस तरुण के घर पहुंची तो वह फरार था और मोबाइल बंद कर दिया था। तकनीकी जांच और दोस्तों से पूछताछ के बाद पुलिस ने तरुण और उसके एक साथी को पकड़ लिया।
मुख्य आरोपित तरुण शुक्ला और उसका एक साथी पुलिस हिरासत में हैं। एक अन्य आरोपित की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त वस्तुएं जैसे बियर की बोतल, पत्थर और पेट्रोल की बरामदगी कर ली गई है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपित को अपमान का बदला लेना था। इसी कारण उसने योजनाबद्ध तरीके से सिद्धार्थ को मौत के घाट उतारा।