Third Wave Preparation: तीसरी लहर से निपटने पांच नए वायरोलाजी लैब जल्द
Third Wave Preparation: जीनोम सीक्वेसिंग लैब के लिए मैनपावर पर्याप्त, शासन की स्वीकृति का हो रहा है इंतजार।
By Shashank.bajpai
Edited By: Shashank.bajpai
Publish Date: Wed, 14 Jul 2021 02:49:24 PM (IST)
Updated Date: Wed, 14 Jul 2021 02:49:24 PM (IST)

रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Third Wave Preparation: तीसरी लहर की तैयारियों के मद्ददेनजर राज्य के पांच जिलों में वायरोलाजी लैब जल्द तैयार हो जाएगा। इसमें जशपुर, दंतेवाड़ा, दुर्ग, जांजगीर चांपा और बलौदाबाजार में काम तेजी से चल रहा है। वहीं जीनोम सीक्वसेसिंग लैब के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रायपुर मेडिकल कालेज ने इसके लिए प्रस्ताव भेजा है।
कालेज प्रबंधन की तरफ से कहा गया है कि लैब के लिए पर्याप्त विशेषज्ञ और मैनपावर है। शासन की स्वीकृति मिलते ही इसका काम शुरू हो जाएगा। बता दें कि राज्य में एम्स के अलावा जीनोम सीक्वेसिंग लैब और कहीं नहीं है। ऐसे में वायरस के बदलते स्वरूपों को जानने शोध कार्य नहीं कर पा रहे। कोरोना वायरस में समय-समय पर बदलाव हो रहा है।
ऐसे में वायरस के बदलाव को पता लगाने के लिए जीनोम सीक्वेसिंग तकनीक की आवश्यकता है। ताकि तीसरी लहर से निपटने के साथ किसी भी तरह के वायरस के बदलाव का पता लगाकर बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा सके।
राज्य में लैब की वर्तमान स्थिति
लैब - शासकीय - प्राइवेट
आरटीपीसीआर - 11 - 6
ट्रू-नॉट - 33 - 7
वर्जन
तीसरी लहर को देखते हुए पांच जिलों में वायरोलाजी लैब जल्द तैयार हो जाएगी। वर्तमान में 11 शासकीय और छह प्राइवेट लैब संचालित हैं। कोरोना को लेकर अधिक टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। वहीं कांटेक्ट ट्रेसिंग भी लगातार जारी है। मेडिकल कालेज में जीनोम सीक्वेसिंग को लेकर राज्य को प्रस्ताव भेज दिया है। जल्द इसकी स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। आने वाली तैयारियों को देखते हुए यह बेहद आवश्यक है।
- डॉ. कमलेश जैन, राज्य समंवयक (वायरोलाजी लैब), स्वास्थ्य सेवाएं