CG News: लोक गायिका पूनम तिवारी और पंडवानी गायिका समप्रिया पूजा निषाद को मिलेगा अकादमी पुरस्कार, सीएम साय ने दी बधाई
राजनांदगांव जिले की लोक कलाकार व गायिका पूनम तिवारी और दुर्ग जिले की अंतरराष्ट्रीय पंडवानी गायिका समप्रिया पूजा निषाद की उपलब्धि से प्रदेश गौरवान्वित हुआ है। संस्कृति मंत्रालय द्वारा पूनम तिवारी को संगीत नाटक अकादमी और समप्रिया को उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से अलंकृत किया जाएगा।
By Deepak Kumar
Edited By: Deepak Kumar
Publish Date: Thu, 29 Feb 2024 09:37:36 PM (IST)
Updated Date: Thu, 29 Feb 2024 09:37:36 PM (IST)
लोक गायिका पूनम तिवारी और पंडवानी गायिका समप्रिया पूजा निषाद को मिलेगा अकादमी पुरस्कार नईदुनिया न्यूज, रायपुर। राजनांदगांव जिले की लोक कलाकार व गायिका पूनम तिवारी और दुर्ग जिले की अंतरराष्ट्रीय पंडवानी गायिका समप्रिया पूजा निषाद की उपलब्धि से प्रदेश गौरवान्वित हुआ है। संस्कृति मंत्रालय द्वारा पूनम तिवारी को संगीत नाटक अकादमी और समप्रिया को उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से अलंकृत किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु एक विशेष समारोह में पुरस्कार देंगी। अकादमी पुरस्कार में ताम्रपत्र और अंगवस्त्रम के अलावा एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर कलाकारों को बधाई देते हुए कहा है कि स्थानीय लोककला और पंडवानी के प्रचार-प्रसार के लिए आपके द्वारा किए गए भागीरथी प्रयास सराहनीय हैं।
30 वर्ष तक हबीब तनवीर के नाटकों में काम किया पूनम ने
लोक कलाकार पूनम तिवारी आठ वर्ष की उम्र से मंचीय कार्यक्रम देने लगी थीं। मां के साथ नाचा प्रोग्राम में जाती थीं। लोक कलाकार के तौर पर उनकी परवरिश दाऊ मंदराजी, रामलाल और मदन कुमार जैसे कलाकारों के बीच हुई। दुर्ग में प्रोग्राम देते वक्त नाट्य सम्राट हबीब तनवीर की नजर इनकी कलाकारी पर पड़ी और उन्होंने पूनम को नया थिएटर ग्रुप में जोड़ लिया। पूनम ने लगभग 30 वर्ष तक हबीब तनवीर के साथ काम किया। चरणदास चोर, मिट्टी की गाड़ी, मोर नांव दामाद गांव के नांव ससुराल, आगरा बाजार, हीरमा की अमर कहानी, बहादुर कलारिन, देख रहे हैं नैन, मुद्राराक्षस, साजापुर की शांतिबाई जैसे अनेक चर्चित नाटकों में अभिनय किया। इन नाटकों का मंचन भारत के अलावा लंदन, पेरिस, जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन, रूस, बांग्लादेश, मिश्र, शिकागो में भी किया गया।
'चोला माटी के हे राम...' गाकर बेटे को दी थी अंतिम विदाई
तीन वर्ष पहले पूनम के अभिनेता पति दीपक तिवारी की लकवे से मौत हो चुकी है। वर्ष 2019 में उनके लोक कलाकार बेटे सूरज विराट की भी हृदय रोग से मौत हो चुकी है। बेटे की मौत पर उन्होंने 'चोला माटी के हे राम, एखर का भरोसा' लोकगीत गायन कर पुत्र को अंतिम विदाई दी थी। यह घटना खूब चर्चा में रही थी। बेटे सूरज ने अपनी मां से वादा लिया था कि उसकी मौत के बाद वह रोएं नहीं। सूरज की अंतिम इच्छा यही थी कि मां पूनम लोकगीत गाकर दुनिया से विदा करें।
आठ साल की उम्र से कला क्षेत्र में सक्रिय है समप्रिया पूजा
दुर्ग जिले के जामुल के वार्ड क्रमांक तीन निवासी पंडवानी गायिका समप्रिया पूजा निषाद ने पुरस्कार के लिए चयन पर इंटरनेट मीडिया पर लिखा- यह जानकार अत्यधिक खुशी हुई है। उन्हें पुरस्कार की जानकारी तब मिली जब वे उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक कार्यक्रम में आई हुई है। उन्होंने कहा कि उसकी यह कला साधना धन्य हो गई है। श्रीराम के धाम में रहते हुए उन्हें सम्मान की जानकारी मिली है यह प्रभु की लीला ही है। समप्रिया आठ वर्ष की आयु से ही कला क्षेत्र में सक्रिय हो गई थी। 20 साल में उन्हें पद्मश्री डा तीजन बाई द्वारा प्रस्तुत किए जाने पंडवानी ने आकर्षित किया। समप्रिया का कहना है कि बड़े दादा ससुर पद्मश्री स्व पुनाराम निषाद से भी उन्हें कला साधना सीखने में काफी मदद मिली। पति संतोष निषाद ने भी उन्हें प्रोत्साहित किया।