Gupt Navratri 2022: इस दिन से शुरू रहे आषाढ़ गुप्त नवरात्र पर पांच योगों का संयोग, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और महत्व
Gupt Navratri 2022: इस साल आषाढ़ की गुप्त नवरात्र में गुरु पुष्य नक्षत्र, सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, आडल और विडाल योग का संयोग बन रहा है।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Tue, 28 Jun 2022 08:44:06 AM (IST)
Updated Date: Tue, 28 Jun 2022 08:44:06 AM (IST)
gupt navratri 2022 dates in hindiरायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Gupt Navratri 2022: इस साल आषाढ़ की गुप्त नवरात्र में गुरु पुष्य नक्षत्र, सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, आडल और विडाल योग का संयोग बन रहा है। इस संयोग में देवी आराधना करना शुभदायी होगा। हिंदू संवत्सर 2079 के आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की पहली गुप्त नवरात्र का शुभारंभ 30 जून और समापन नौ जुलाई को होगा। 29 जून को प्रतिपदा तिथि सुबह 8.21 बजे प्रारंभ होकर 30 जून को सुबह 10.49 बजे तक रहेगी। उदयातिथि का महत्व होने से 30 जून को घट स्थापना से नवरात्र का शुभारंभ होगा।
महामाया मंदिर के पुजारी पं.मनोज शुक्ला के अनुसार धर्म ग्रंथों में दो सार्वजनिक और दो गुप्त नवरात्र मनाए जाने का उल्लेख है। चैत्र और क्वांर की नवरात्र में मंदिरों में सार्वजनिक पूजन, उत्सव, दीप प्रज्ज्वलन कर धूमधाम से मनाते हैं। इसके अलावा माघ और आषाढ़ में गुप्त नवरात्र पर देवी मंदिरों में गुप्त अनुष्ठान, पूजन किया जाता है। पहली नवरात्र चैत्र में और दूसरी आषाढ़ में मनाते हैं, जिसे गुप्त नवरात्र कहते हैं। तीसरी नवरात्र क्वांर में और चौथी नवरात्र माघ माह में मनाते हैं, इसे भी गुप्त नवरात्र कहा जाता है।
10 महाविद्या की पूजा
आषाढ़ और माघ की गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है। इन 10 महाविद्याओं में मां काली, मां तारा देवी, मां त्रिपुर सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मां छिन्नामस्ता, मां त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगुलामुखी, मां मातंगी और मां कमला देवी की पूजा की जाती है।
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर 30 जून को गुरु पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, आडल योग और विडाल योग का संयोग है। साथ ही इस दिन ध्रुव योग सुबह 9.52 बजे तक और पुनर्वसु नक्षत्र एक जुलाई की रात 1.07 बजे तक रहेगा।
एक भी तिथि का क्षय नहीं
गुप्त नवरात्र पूरे नौ दिनों की रहेगी। एक भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है। गुप्त नवरात्र में देवी मां के भक्त मंत्र सिद्धि और तांत्रिक शक्ति के लिए दस महाविद्याओं की पूजा करते हैं।
घटस्थापना
30 जून को सुबह 5.26 बजे से 6.43 बजे तक