रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Guru Purnima 2021: महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास, महर्षि वेद व्यास का जन्मोत्सव गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन शिष्य अपने गुरु की पूजा करते हैं। इस साल कोरोना महामारी के चलते विविध आश्रमों में विशेष सावधानी बरती जाएगी। साक्षात गुरु के चरणों की पूजा करने की बजाय शिष्यगण उनकी पादुका का पूजन करके दूर से ही गुरु का आशीर्वाद लेंगे। नए शिष्यों को भी गुरुदेव गुरु मंत्र की दीक्षा देते समय दूरी बनाकर रखेंगे।
रावतपुरा सरकार में पादुका पूजन
धनेली गांव स्थित रावतपुरा सरकार आश्रम में संत शिरोमणि रविशंकर महाराज, रावतपुरा सरकार की पादुका का पूजन, अभिषेक सुबह 9 किया जाएगा। इन दिनों रावतपुरा सरकार तेंदुखेड़ा, नरसिंहपुर, मध्यप्रदेश में विराजित हैं। उनके शिष्य रायपुर आश्रम में पादुका पूजा करेंगे।
शंकराचार्य आश्रम
माना रोड स्थित मां त्रिपुर सुंदरी मंदिर में ब्रह्मचारी इंदुभवानंद के सान्निध्य में द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की पादुका का पूजन सुबह 8 बजे किया जाएगा।
सुदर्शनम संस्थानम
रावांभाठा स्थित सुदर्शनम संस्थान में आचार्य झम्मन प्रसाद शास्त्री के मार्गदर्शन में पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती की पादुका का पूजन किया जाएगा।
शदाणी दरबार
सिंधी समाज के पवित्र तीर्थस्थल शदाणी दरबार में संत युधिष्ठिरलाल के मार्गदर्शन में संत शदाराम साहिब की प्रतिमा एवं भगवान वेदव्यास की प्रतिमा का पंचामृत स्नान कराकर पूजा की जाएगी।
गोदड़ीवाला धाम
देवपुरी स्थित गोदड़ीवाला धाम में महंत अम्मा मीरा देवी के सानिध्य में ब्रह्म स्वरूप संत गेलाराम की देवरी साहब में पंचामृत स्नान, वस्त्र आभूषण, आरती साहब सत्संग, भजन-कीर्तन, पल्लव साहिब किया जाएगा।
संगीत विद्यालयों में पूजा
कालीबाड़ी स्थित कमलादेवी संगीत महाविद्यालय और बूढ़ापारा स्थित श्रीराम संगीत महाविद्यालय में गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी। स्व.गुणवंत लाल व्यास के शिष्य बूढ़ापारा स्थित निवास पर गुरु पूजा करेंगे।
कालसर्प दोष से मुक्ति
ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार गुरु की महिमा अनंत है। शास्त्रों में गुरु को ईश्वरतुल्य कहा गया है। गुरु की पूजा करने से अनेक संकट का निवारण होता है। काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है। गुरु मंत्र का जाप जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देता है।