Guru Pushya Yog: 1500 साल बाद गुरु पुष्यामृत योग का संयोग आज, इन खरीदी करना शुभ
Guru Pushya Yoga:भाद्रपद में ऐसा संयोग 1500 साल बाद बन रहा है। जिसमें सोना, चांदी, जमीन खरीदने से वह वस्तु अमरत्व को प्राप्त होगी।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Thu, 25 Aug 2022 02:22:43 PM (IST)
Updated Date: Thu, 25 Aug 2022 02:22:43 PM (IST)

रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Guru Pushya Yoga: हिन्दू संवत्सर के कार्तिक माह में दीपावली के एक सप्ताह पहले पुष्य नक्षत्र का संयोग बनता है, जिसमें खरीदी करना शुभ माना जाता है। वैसा ही संयोग इस बार भाद्रपद माह में 25 अगस्त को त्रयोदशी तिथि पर बन रहा है। ज्योतिष की मानें तो भाद्रपद में ऐसा संयोग 1500 साल बाद बन रहा है। इस संयोग में सोना, चांदी, जमीन, मकान खरीदने से वह वस्तु अमरत्व को प्राप्त होगी और समृद्धि प्रदान करेगी।
ग्रहों का अपनी राशि में होना फलदायी
ज्योतिषाचार्य डा.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार गुरुवार को सुबह से पुष्य नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। साथ ही इस दिन अनेक योगों का संयोग भी है। इस दिन पांच ग्रह अपनी ही राशि में विद्ममान रहेंगे इसलिए गुरु पुष्य नक्षत्र का महत्व और भी बढ़ गया है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि और अधिपति गुरु हैं। साथ ही इस दिन शनि मकर राशि में, बृहस्पति मीन में, सूर्य सिंह में, बुध कन्या में और चंद्रमा कर्क राशि में है। इन सभी ग्रहों के अपनी ही राशि में होने से विशेष फलदायी माना जा रहा है। ज्योतिषी मान्यता के अनुसार जब गुरु और शनि स्वयं की राशि में हो तो यह सभी कार्यों के लिए अत्यंत शुभदायी होता है।
सोना-चांदी, जमीन खरीदें
ज्योतिषाचार्य होस्केरे के अनुसार चातुर्मास में मांगलिक कार्य, गृह प्रवेश, सगाई, विवाह आदि संस्कार नहीं किए जाते लेकिन परिवार की सुख-समृद्धि के लिए गुरु पुष्यामृत योग में स्वर्ण, रजत, भूमि की खरीदी करने से परिवार में खुशहाली बढ़ती है।
प्रदोष के दिन विविध संयोग
बुधवार प्रदोष व्रत है। इसी दिन वरियन योग, शुभ योग, गुरु पुष्यामृत योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थसिद्धि योग के अलावा सूर्य, बुध, गुरु, शनि, चंद्रमा का स्वग्रही होना अपने आपमें महासंयोग बन रहा है।