बिलासपुर। जोनल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर ट्रैक की तकनीकी खामी की वजह से पहले ही दिन रविवार को इंदौर-पुरी हमसफर एक्सप्रेस एक घंटे फंसी रही। अचानक आई इस अड़चन से अफसरों के हाथ- पैर फूलने लगे। अतिथियों को वापस कुर्सी पर बैठना पड़ा।
सारे प्रयासों के बाद भी डीजल इंजन व रैक की कपलिंग नहीं जुड़ी। आखिरकार इंजन को आगे बढ़ाया गया और रैक को पीछे से शंटिंग इंजन से धक्का देकर 70 मीटर बढ़ाया गया। इसके बाद ही कपलिंग जुड़ी और ट्रेन आगे रवाना हुई। यह नई ट्रेन है।
शनिवार को इंदौर से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसे झंडी दिखाई थी। रविवार को यह ट्रेन दुर्ग से वापस हो रही थी। बिलासपुर में मंत्री अमर अग्रवाल व सांसद लखनलाल साहू ट्रेन के पहुंचने से पहले स्टेशन पहुंचे। ट्रेन 37 मिनट देर से दोपहर 1.22 बजे प्लेटफार्म एक पर आई।
ट्रेन यहां बिजली वाले इंजन से पहुंची थी, आगे इसमें डीजल इंजन लगना था। 20 मिनट में इंजन बदलने के साथ ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना करने का कार्यक्रम था। बहरहाल, डीजल इंजन लाया गया, जैसे ही इसे लगाने की कोशिश की गई, कपलिंग नहीं जुड़ी।
इस दौरान प्रभारी डीआरएम समेत कमर्शियल, मैकेनिकल विभाग के अधिकारियों ने ट्रैक की इस तकनीकी खामी को पकड़ा। हालांकि तब तक अतिथि इंजन को झंडी दिखाने के लिए खड़े हो गए थे। अफसरों ने उन्हें तकनीकी दिक्कत बताई व पुन: कुछ देर कुर्सी पर बैठने का अनुरोध किया।
इधर इंजन को बढ़ाया गया। इसके बाद शंटिंग इंजन से जैसे ही रैक को आगे बढ़ाया गया, कपलिंग आसानी से जुड़ गई। सब सामान्य होने के बाद दोपहर 2.21 बजे इसे झंडी दिखाकर रवाना किया गया प्रभारी डीआरएम ने कहा कि सीधे ट्रैक की खामी कहना सही नहीं है।
किसी भी प्लेटफार्म में एक जगह चिन्हित होती है जहां इंजन जोड़ा जाता है। यह ट्रेन कम कोच की है इसलिए इसे पहले रोका गया था। दूसरा एलएचबी कोच है। इस तकनीकी दिक्कत की वजह क्या है, इसकी जांच कराई जाएगी।
इंदौर-पुरी एक्सप्रेस को नियमित कराने का करेंगे प्रयास : बैस
रायपुर। हमसफर एक्सप्रेस रविवार सुबह 11:20 बजे दुर्ग से रायपुर पहुंची। सांसद रमेश बैस, विधायक श्रीचंद सुंदरानी और डीआरयूसीसी सदस्य जैन जितेंद्र बरलोटा ने फूल भेंट कर ट्रेन चालक और परिचालक का स्वागत किया।
इसके बाद अतिथियों ने इसे झंडी दिखाकर रवाना किया। पत्रकारों से सांसद बैस ने कहा कि प्रदेश को इस ट्रेन की सौगात देने के लिए रेलमंत्री को धन्यवाद। यह ट्रेन अभी साप्ताहिक है, इसे नियमित कराने के प्रयास किए जाएंगे। सुंदरानी ने कहा कि रेलमंत्री ने एक माह में अंत्योदय और हमसफर एक्सप्रेस दी है, उन्हें धन्यवाद।
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