Honor In Raipur: पोषण ट्रेकर एप और पोषण वाटिकाओं का विकास करने के लिए मिला सम्मान
Honor In Raipur: पोषण प्रदर्शनी में स्थानीय भोजन और भाजियों की जानकारी, सुपोषित छत्तीसगढ़-परिदृश्य एवं चुनौतियां विषय पर संगोष्ठी हुई।
By Kadir Khan
Edited By: Kadir Khan
Publish Date: Tue, 14 Sep 2021 10:20:00 AM (IST)
Updated Date: Tue, 14 Sep 2021 10:20:24 AM (IST)
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Honor In Raipur: रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत सोमवार को न्यू सर्किट हाउस में सुपोषित छत्तीसगढ़-परिदृश्य एवं चुनौतियां विषय पर संगोष्ठी हुई। इसमें महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि सुपोषण की स्थिति में छत्तीसगढ़ पूरे देश में कई मापदंड़ों में आगे हैं। कमजोर मापदंड़ों को सुधार ले तो निश्चित रूप से हमारा प्रदेश पूरे देश में अव्वल हो जाएगा। स्थानीय पोषक आहार, आंगनबाड़ियों में बच्चों और महिलाओं से कुपोषण दूर करने में महत्वूपर्ण भूमिका निभा रहा है। आंगनबाड़ी की मदद से सूखा राशन, गरम भोजन और रेडी-टू-ईट हितग्राहियों तक पहुंचाया जा रहा है।
इस मौके पर भेड़िया ने जिला कार्यक्रम अधिकारी जशपुर, सूरजपुर और बिलासपुर को पोषण ट्रेकर एप में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए प्रशस्ति पत्र और मेडल से सम्मानित किया। उत्कृष्ठ पोषण वाटिका के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी पुरस्कृत किया। स्वेच्छिक संगठनों यूनिसेफ, वर्ल्ड विजन इंडिया, न्यूट्रिशन इन्टरनेशनल, एविडेन्स एक्शन, सेन्टर फार लार्निंग रिसोर्सेस छत्तीसगढ़, द अंतरा फाउंडेशन के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया। पोषण प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
यूनिसेफ के राज्य प्रमुख जॉब जकारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, डीएमएफ से सुपोषण के लिए अतिरिक्त राशि का प्रावधान और छत्तीसगढ़ के पोषण आहार में विविधता ये प्रमुख चार आधार हैं, जिनके कारण छत्तीसगढ़ से एनीमिया और कुपोषण दूर हो सकता है। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति अरुणा पल्टा ने कहा कि पौष्टिक आहार वर्तमान के साथ भावी मजबूत पीढ़ी के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। स्थानीय आहार को भी प्रोत्साहित करने की जरूरत है। संगोष्ठी में सचिव रीना बाबा साहेब कंगाले एवं संचालक दिव्या उमेश मिश्रा ने बताया कि दो साल में प्रदेश में एक लाख से ज्यादा वृक्ष लगाए गए और 28 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ियों में पोषण वाटिकाओं का विकास किया गया है।