विनम्रता और शिष्टाचार से मनुष्य सफलता की ऊंचाइयों को छूने में होता है सक्षम
संदर्भ - सफल होने के साधारण उपाय संदेश - व्यवहार में नम्रता, शिष्टाचार रखें रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि विनम्रता, मधुरता, शिष्टता एवं सभ्यतापूर्ण व्यवहार मनुष्य को सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचाने में सक्षम होते हैं। निर्धन होने पर भी शिष्ट व्यवहार वाले विद्यार्थी को पर्याप्त योग्यता न होने पर भी तारीफें मिलती है। जो स्वयं सही मायनों में शिष्ट एवं सभ्य है। उसे कि
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Sat, 31 Aug 2019 11:11:47 PM (IST)
Updated Date: Sat, 31 Aug 2019 11:11:47 PM (IST)

संदर्भ - सफल होने के साधारण उपाय
संदेश - व्यवहार में नम्रता, शिष्टाचार रखें
रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
विनम्रता, मधुरता, शिष्टता एवं सभ्यतापूर्ण व्यवहार मनुष्य को सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचाने में सक्षम होते हैं। निर्धन होने पर भी शिष्ट व्यवहार वाले विद्यार्थी को पर्याप्त योग्यता न होने पर भी तारीफें मिलती हैं। जो स्वयं सही मायनों में शिष्ट एवं सभ्य है, उसे किसी काम के लिए सिफारिश की आवश्यकता नहीं पड़ती। क्रूर से क्रूर शत्रु से भी आप विनम्र व्यवहार करके उसका दिल जीत सकते हैं। विनम्र व्यक्ति विरोधियों के बीच भी अपना विशेष स्थान बना लेता है। यह संदेश संत रविशंकर महाराज 'रावतपुरा सरकार' ने दिया।
महाराज ने कहा कि शिष्ट व्यक्ति दूसरे से कभी बुरा व्यवहार नहीं करता। यदि उसके साथ भी दुर्व्यवहार हो तो भी वह दुखी नहीं होता। न ही उसे क्रोध आता है। किसी से भी दुर्व्यवहार न करके वह अपने विरोधी को भी लज्जिात कर देता है। शिष्टाचार और सदाचार वाले बिना धन के ही संसार यात्रा करते हैं। वे बिना खरीदे सब पदार्थों का आनंद उठाते हैं। उसका व्यवहार सदा एक सा रहता है। वह कभी दूसरों के दिल को दुखाने वाली बात नहीं करता। समाज की सुंदर व्यवस्था को कायम रखने के लिए शिष्टाचार और हंसता हुआ शासक चाहिए। शिष्टाचार को ख्याल में रखते हुए संसार में कार्य करेंगे तभी कल्याण होगा।