रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। श्रीनवकार दरबार के रजत जयंती वर्ष के मौके पर सदर बाजार स्थित श्री ऋषभदेव जैन श्वेताम्बर मंदिर में बुधवार को काल सर्प दोष निवारण एवं नव ग्रह दोष निवारण के लिए महापूजन किया गया। साध्वी मनोरंजना, साध्वी सुभद्रा, नवकार जपेश्वरी साध्वी शुभंकरा की पावन निश्रा में विधिकारक ने मेघकुमार, अधिष्ठायक देवी एवं मंदिर में विराजमान देवों के आह्वान पश्चात हस्त व अंग करन्यास की विधि कराई।
बताते चलें कि व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष होने पर उसे जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है। यह स्थिति तब बनती है, जब राहु और केतु के बीच सभी सात ग्रह आ जाते हैं। ऐसे में इस दोष का शमन कराने पर ही व्यक्ति के जीवन में शांति और स्थिरता आती है।
आज प्रभु प्रतिमाओं का 18 अभिषेक
चातुर्मास समिति के सचिव निलेश गोलछा, प्रचार-प्रसार प्रभारी तरुण कोचर व श्रीनवकार दरबार के संयोजक हरीश डागा ने बताया कि इस 25वें श्रीनवकार दरबार के कार्यक्रमों के अंतर्गत 12 अगस्त को दरबार में मूलनायक प्रभु पार्श्वनाथ, पद्मावती माता, दादा गुरुदेव एवं 40 अन्य रत्नमय प्रतिमाओं की चल-प्रतिष्ठा की जाएगी। सभी प्रतिमाओं और ताम्र कलशों का 18 अभिषेक सुबह 9 बजे से प्रारंभ होगा।
68 दिन नवकार जाप
तृतीय दिवस 13 अगस्त को नवकार जाप अनुष्ठान के लिए कुम्भ कलश, दीप, नवग्रह व अष्टमंगल, दसदिक्पाल स्थापना-पूजन के उपरांत सामूहिक नवकार जाप होगा। प्रतिदिन सुबह-शाम 68 दिनों तक एक घंटे का अनवरत सामूहिक नवकार जाप होगा। रात्रि 8.15 से 9.15 तक सामूहिक नवकार जाप किया जाएगा। जाप में शामिल होने वाले आराधकों को प्रतिदिन लक्की कूपन दिए जाएंगे। प्रतिदिन तीन लक्की ड्रा निकालकर भाग्यशाली श्रद्धालुओं को पुरस्कृत किया जाएगा।