रायपुर में निसंतान दंपत्तियों को संतान का सुख दे रहा माखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर
बांझपन के 40 फीसद मामले महिलाओं और 40 फीसद पुरुषों से जुड़े हैं। 20 फीसद मामले ऐसे होते है,जिनमें महिला व पुरुष दोनों में।
By Kadir Khan
Edited By: Kadir Khan
Publish Date: Tue, 25 Jan 2022 10:05:00 AM (IST)
Updated Date: Tue, 25 Jan 2022 10:05:29 AM (IST)

रायपुर (वि.)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित माखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर निसंतान दंपत्तियों को संतान का सुख दे रहा है। हास्पिटल की विशेषज्ञ डा. प्रतिभा माखीजा ने बताया कि बांझपन की समस्या केवल महिलाओं में ही नहीं होती,बल्कि अब पुरुषों में भी इसके मामले बढ़ते जा रहे है। कम उम्र के युवाओं में यह समस्या देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि बांझपन के 40 फीसद मामले महिलाओं से जुड़े है और 40 फीसद पुरुषों से जुड़े है।
20 फीसद मामले ऐसे होते है,जिनमें महिला व पुरुष दोनों में समस्या होती है। पुरुषों में समस्या मुख्य रूप से टेस्टिस इन्फेक्शन, चोट या बीमारी, धुम्रपान, हार्मोंस का असंतुलन, केमिकल युक्त खाद्य पदार्थ मोटापा, तनाव आदि है।
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डा. माखीजा ने कहा कि ऐसे दंपत्ति जो गुणवत्ता के कारण संतान सुख से वंचित हैं। उनको आइसीएसआइ पद्धति का सहारा लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि माखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में प्रदेश के साथ ही बाहरी राज्यों के लोग भी उपचार के लिए आते है।
मंजू को पीएचडी की उपाधि
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की ओर से अमलतासपुरम धमतरी निवासी मंजू गोस्वामी को राजनीति विज्ञान विषय के अंतर्गत ‘छत्तीसगढ़ के स्थानीय स्वशासन का अध्ययन धमतरी नगर निगम’ के विशेष संदर्भ में पीएचडी की उपाधि दी गई। मंजू शासकीय महाविद्यालय दंतेवाड़ा के सेवानिवृत्त प्राचार्य डा. आरके पुरोहित के निर्देशन और दुर्गा महाविद्यालय रायपुर के प्राध्यापक डा. सुभाष चंद्राकर के सह निर्देशन में किया। मंजू शासकीय सिविल ठेकेदार एवं व्यवसायी विद्याभूषण गोस्वामी की पत्नी है। वे वर्तमान में शासकीय माध्यमिक शाला रत्नाबांधा (धमतरी) में शिक्षिका है।