
रायपुर। कामनवेल्थ गेम्स और वर्ल्ड एमएमए चैंपियनशिप में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन के बाद, भारतीय एमएमए दल ने एशियन प्रतियोगिता 2022 में 4 प्रतिष्ठित पदक जीते। इसमें से छत्तीसगढ़ राज्य ने 1 पदक अपने नाम किया। बालिका वर्ग लाइट वेट कैटेगरी में रायपुर की तनिष्का भंसाली ने भारत के लिए रजत पदक जीते। वहीं छत्तीसगढ़ राज्य के ही भिलाई के मयूर चंद्र प्रसाद एवं अंकित येल्लमंचीली ने मेजबान देश के खिलाफ बालक एक्स्ट्रा वेट कैटेगरी में भारत को पहला विजय मुकाबला दिया।
भारतीय एमएमए की चिकित्सा प्रमुख डा. दिव्या ने बताया कि सभी खिलाड़ी शारीरिक व मानसिक तौर पर पूरी तरह दक्ष थे। जिसकी वजह से वह अपना सर्वोच्च प्रदर्शन इस विश्व प्रतियोगिता में कर सके तथा उन्होंने एमएमए खेल को बच्चों के लिए असुरक्षित होने के मिथक का खंडन किया। उन्होंने बताया कि यह खेल अत्याधिक अनुशासित है एवं इसमें एमएमए एकीकृत नियमों की प्रणाली होती है जो इसे सभी के लिए सुरक्षित खेल बनाती है। खासकर 18 वर्ष कि आयु से कम युवा वर्ग के लिए। एमएमए खेल में खिलाड़ियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।
इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ राज्य के मिलन पटेल जी ने बताया कि एशियन चैंपियनशिप के लिए टीम ने 1 साल तक मेहनत की। खिलाड़ियों ने ना सिर्फ शारीरिक रूप से खुद को तैयार किया, बल्कि मानसिक और आर्थिक रूप से भी कड़ी मुश्किलों का सामना करते हुए खेल में भाग लिया। एक छोटी सी भी मानसिक या आर्थिक सहायता से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है। इसलिए आज भारत को 4 पदक मिलें हैं। इस अवसर पर योगेश अग्रवाल ने खिलाड़ियों का सम्मान किया तीनों ही खिलाड़ी टीम इंडिया कोच नितिन सिंह, सहकारी कोच सौरभ कुर्रे एवं मिलन पटेल, डाइटीशियन हैप्पी सिंग के निर्देशन में वारियर्स एकेडमी में कड़ी मेहनत करते हैं। इन सभी खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश व छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया।